Bye-Election In Nalagarh: हिमाचल प्रदेश के तीन विधानसभा क्षेत्र में 10 जुलाई को मतदान होना है. यहां देहरा, हमीरपुर और नालागढ़ विधानसभा क्षेत्र में उपचुनाव है. बात अगर नालागढ़ विधानसभा क्षेत्र की करें, तो यह क्षेत्र जिला सोलन के तहत आता है. लोकसभा चुनाव में यह सीट शिमला संसदीय क्षेत्र के तहत आती है. साल 2022 के विधानसभा चुनाव में यहां निर्दलीय प्रत्याशी कृष्ण लाल ठाकुर ने जीत हासिल की थी.
के.एल. ठाकुर के नाम से मशहूर कृष्ण लाल ने 22 मार्च को अपनी सदस्यता से इस्तीफा दिया. 3 जून को इस्तीफा स्वीकार होने के बाद अब यहां उपचुनाव हो रहे हैं. निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर चुनाव जीते कृष्ण लाल ठाकुर अब भारत जनता पार्टी के टिकट पर चुनावी मैदान में हैं. पहली बार साल 2012 में बीजेपी की टिकट पर ही चुनाव लड़कर जीते थे. हालांकि साल 2017 में उनका टिकट कट गया और कांग्रेस से आए लखविंदर राणा को बीजेपी ने टिकट दे दिया, लेकिन इस चुनाव में के.एल. ठाकुर ने लखविंदर राणा को हरा दिया.
चुनावी रण में कुल पांच प्रत्याशी
नालागढ़ विधानसभा क्षेत्र के उपचुनाव में कुल पांच प्रत्याशी चुनावी मैदान में हैं. यहां मुख्य मुकाबला भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस पार्टी के बीच ही है. हालांकि पूर्व विधायक हरि नारायण सैनी के भतीजे हरप्रीत सिंह सैनी यहां चुनाव लड़कर इस रण को दिलचस्प बनाने का काम कर रहे हैं.
नालागढ़ विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस से हरदीप सिंह बावा, बीजेपी से कृष्ण लाल ठाकुर, स्वाभिमान पार्टी से किशोरी लाल शर्मा के साथ निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर हरप्रीत सिंह सैनी और विजय सिंह चुनावी मैदान में हैं. नालागढ़ विधानसभा क्षेत्र में वोटरों की कुल संख्या 94 हजार 755 है. इनमें सेवा अहर्ता मतदाताओं की संख्या 924 है. यहां वोटिंग के लिए 121 पोलिंग बूथ तैयार किए गए हैं.
बीते तीन विधानसभा चुनाव का परिणाम
साल 2022 के नालागढ़ विधानसभा क्षेत्र के चुनाव में कृष्ण लाल ठाकुर की निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर जीत हुई थी. कृष्ण लाल ठाकुर ने 33 हजार 427 वोट हासिल किए थे. भारतीय जनता पार्टी के लखविंदर सिंह राणा को 17 हजार 273 और कांग्रेस के हरदीप सिंह बावा को 20 हजार 163 वोट हासिल हुए थे. यहां 590 लोगों ने नोटा का भी इस्तेमाल किया था. ऐसे में कुल 75 हजार 101 वोट में से 44.51 फीसदी वोट हासिल कर कृष्ण लाल ठाकुर ने जीत हासिल कर ली थी.
साल 2017 का चुनाव हार गए थे कृष्ण लाल ठाकुर
इससे पहले साल 2017 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ने वाले लखविंदर सिंह राणा की जीत हुई थी. उन्हें 1 हजार 242 वोट के मार्जिन से जीत हासिल मिली थी. लखविंदर राणा को 25 हजार 872, बीजेपी के कृष्ण लाल ठाकुर को 24 हजार 630 और निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लड़े हरदीप सिंह बावा को 13 हजार 095 वोट मिले थे.
साल 2012 के विधानसभा चुनाव के नतीजे पर अगर नजर डालें, तो यहां बीजेपी के कृष्ण लाल ठाकुर को 35 हजार 341 और कांग्रेस के लखविंदर सिंह राणा को 26 हजार 033 वोट मिले थे. इस तरह कृष्ण लाल ठाकुर ने 9 हजार 308 वोट के मार्जिन से जीत हासिल की थी.
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