Himachal Pradesh: विश्व भर में हिमाचल प्रदेश की पहचान देव भूमि के रूप में है. देवभूमि हिमाचल प्रदेश में नवरात्रि के मौके पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु शीश नवाने के लिए पहुंच रहे हैं. 15 अक्टूबर से लेकर 22 अक्टूबर की सुबह 6 बजे तक 8 लाख 93 हजार 895 भक्त दर्शन कर चुके हैं. हिमाचल प्रदेश में दूर-दूर से दर्शन करने के लिए आने वाले भक्तों के लिए स्थानीय प्रशासन और पुलिस ने पुख्ता प्रबंध किए हुए हैं. इसके अलावा बॉर्डर पर भी सुरक्षा बढ़ाई गई है.


किस मंदिर में लगी भक्तों की कितनी भीड़?


हिमाचल प्रदेश के जिला ऊना में स्थित माता चिंतपूर्णी के मंदिर में अब तक 1 लाख 14 हजार 079 बिलासपुर के श्री नैना देवी जी में 2 लाख 65 हजार 550, ज्वालाजी में 76 हजार 300 ब्रजेश्वरी मंदिर में 83 हजार 017, बगलामुखी में 12 ज्ञात 704, चामुंडा देवी में 73 है 960, माता बाला सुंदरी मंदिर में 2 हजार 15 हजार, तारा देवी मंदिर में 15 हजार 685, हाटकोटी दुर्गा माता मंदिर में 19 हजार 900 और शिमला के मशहूर कालीबाड़ी मंदिर में 17 हजार 700 भक्तों ने दर्शन किए हैं. यह आंकड़ा हिमाचल प्रदेश पुलिस की ओर से जारी किया गया है.


पुलिस ने सुरक्षा के लिए किए हैं पुख्ता प्रबंध


हिमाचल प्रदेश पुलिस ने कहा है कि नवरात्रों में अष्टमी और नवमी के दौरान बड़ी संख्या में भक्ति शक्तिपीठों में शीश नवाने के लिए पहुंच रहे हैं. पुलिस इस दौरान सजगता और सतर्कता के साथ काम कर रही है. पुलिस ने लोगों से भी व्यवस्था बनाए रखने के लिए सहयोग की अपील की. इससे पहले शनिवार को सातवें नवरात्रि की मौके पर 1 लाख 87 हजार 958 श्रद्धालुओं ने इन शक्तिपीठों में दर्शन किए. सातवें नवरात्रि में श्री नैना देवी में 55 हजार से ज्यादा और माता बाला सुंदरी मंदिर में 30 हजार से ज्यादा भक्तों ने दर्शन किए. सातवें नवरात्रि के मौके पर एक ही दिन में 24 हजार से ज्यादा गाड़ियों की आवाजाही हुई है.


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