Himachal News: जनता सरकार को इस भरोसे के साथ चुनती है कि सरकार आम जनता के दु:ख-तकलीफों को समझ सके और बेसहारा लोगों का सहारा बन सके. लोकतंत्र हर किसी को बराबर अधिकार देता है. ऐसे में सरकार की जिम्मेदारी उन लोगों के प्रति और ज्यादा हो जाती है, जो विकास के मेले से दूर रहते हैं.


मरीज को हेलीकॉप्टर से पहुंचाया अस्पताल


हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला से 420 किलोमीटर दूर जिला लाहौल स्पीति प्रदेश का दुर्गम इलाका है. सड़क व्यवस्था उतनी मजबूत नहीं है और स्वास्थ्य व्यवस्थाओं का भी अभाव है. ऐसे में जब छालिंग गांव की निवासी पदमा देचिन की तबीयत बिगड़ी, तो जान का संकट पैदा हो गया. खबर जब मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू तक पहुंची, तो बिना किसी देरी के मुख्यमंत्री ने प्रशासन को पदमा देचिन हेलीकॉप्टर के जरिए कुल्लू अस्पताल पहुंचाने के निर्देश दिए. इसके बाद प्रशासन ने बिना देरी के बीमार पदमा देचिन को कुल्लू पहुंचाया.


स्पीति से कुल्लू किया एयरलिफ्ट


पदमा देचिन जिला लाहौल-स्पीति के उदयपुर उप मंडल के गांव छलींग की रहने वाली हैं. पदमा देचिन गंभीर रूप से बीमार थी और घाटी में उनका इलाज संभव नहीं था. बर्फबारी के चलते देचिन को सड़क मार्ग से कुल्लू लाना संभव नहीं था. ऐसे में लाहौल-स्पीति के विधायक रवि ठाकुर ने खबर मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू तक पहुंचाई. इसके बाद देचिन को हेलीकॉप्टर के जरिए कुल्लू स्थानांतरित कर दिया गया.


अटल टनल से रास्ता हुआ आसान, राह अब भी मुश्किल!


जिला लाहौल स्पीति प्रदेश का सबसे दुर्गम इलाका है और जनसंख्या के मामले में सबसे छोटा जिला है. साल 2020 के बाद लाहौल-स्पीति को मुख्यधारा से जोड़ने में अटल टनल ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. टनल की वजह से लाहौल-स्पीति का बड़ा क्षेत्र मुख्यधारा से जुड़ पाया है. अब भी लाहौल स्पीति के कई हिस्से बेहद दुर्गम हैं और वहां से शिमला और कुल्लू आना बेहद मुश्किल है. मेडिकल इमरजेंसी की स्थिति में तो मुश्किल और भी ज्यादा बढ़ जाती है. ऐसे में आम जनता की आस सरकार पर टिकी रहती है कि सरकार आगे आकर आम जनता की मदद करे.


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