HP News: बिहार की राजधानी पटना के बाद अब विपक्षी एकता के लिए नया केंद्र हिमाचल की राजधानी शिमला बनने वाला है. जुलाई महीने के दूसरे हफ्ते में विपक्षी एकता की बैठक प्रस्तावित है. अगली बैठक 12 जुलाई को हो सकती है. हिमाचल कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा सिंह ने कहा है कि शिमला में होने वाली गठबंधन दलों की प्रस्तावित बैठक देश की भावी राजनीति के लिए एक मील का पत्थर साबित होगी. उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला का महत्वपूर्ण सम्मेलन के लिए चुना जाना प्रदेश के साथ कांग्रेस के लिए भी गर्व की बात है.
ऐतिहासिक घटना का गवाह बनेगा शिमला
हिमाचल कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा सिंह ने कहा कि शिमला एक बार फिर नए अध्याय का गवाह बनने जा रहा है. उन्होंने कहा कि पूर्व में भी शिमला देश की कई महत्वपूर्ण राजनीतिक वार्ताओं का केंद्र रहा है. प्रतिभा सिंह ने इस फैसले का हिमाचल कांग्रेस की ओर से स्वागत किया है. प्रतिभा सिंह ने कहा कि साल 2024 के लोकसभा चुनाव देश की राजनीति की दिशा और दशा तय करेंगे. हिमाचल कांग्रेस ने इसकी शुरुआत कर दी है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस समान विचारधारा वाले दलों को साथ लेकर आगे बढ़ेगी. इससे देश में भय नफरत और ध्रुवीकरण की राजनीति का अंत होगा.
2003 में शिमला में रखी गई थी यूपीए की नींव
प्रतिभा सिंह ने कहा कि साल 2003 में तत्कालीन वीरभद्र सरकार के वक्त जुलाई में ही शिमला में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के चिंतन शिविर हुआ था. इस शिविर में यूपीए की नींव रखी गई. उन्होंने उम्मीद जताई है कि यूपीए गठबंधन को मजबूती मिलेगी और इसका विस्तार होगा. उन्होंने कहा कि वह दिल्ली जाकर इस बारे में आलाकमान से चर्चा करेंगे. उन्होंने कहा कि जल्द ही सारे कार्यक्रमों को अंतिम रूप दे दिया जाएगा. इससे पहले शनिवार को पत्रकारों से बातचीत के दौरान प्रतिभा सिंह ने विपक्षी एकता की बैठक को लेकर पूछे गए सवाल पर कहा था कि उन्हें इस बारे में ज्यादा जानकारी नहीं है. नेता यहां ठंडे मौसम का लुत्फ उठाने के लिए आ रहे होंगे. प्रतिभा सिंह के इस बयान के बाद प्रदेश भर में सियासी खलबली देखने को मिली. अब प्रतिभा सिंह की ओर से जारी नए बयान को डैमेज कंट्रोल के तौर पर देखा जा रहा है.
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