अगले महीने शिमला आएंगी राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, जहां रुकेंगी उसका क्या है इतिहास?
Shimla News: राष्ट्रपति हर साल गर्मी के मौसम में कुछ वक्त शिमला स्थित राष्ट्रपति निवास में बिताते हैं. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू अगले महीने शिमला आ सकती हैं. यहां उनका चार दिन का दौरा प्रस्तावित है.
President Droupadi Murmu Shimla Visit: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू अगले महीने शिमला आ सकती हैं. उनका दौरा 4 मई से लेकर 8 मई तक शिमला में प्रस्तावित है. इसके लिए जिला प्रशासन अपने स्तर पर तैयारी में भी जुटा हुआ है. हर बार की तरह इस बार भी राष्ट्रपति मशोबरा स्थित राष्ट्रपति निवास में ही रुकेंगी.
इस दौरान राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का शिमला के सुप्रसिद्ध मंदिरों में दर्शन करने का भी कार्यक्रम है. साल 2023 में द्रौपदी मुर्मू 18 अप्रैल से 21 अप्रैल तक शिमला प्रवास पर थीं. यहां उन्होंने हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में भी बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की थी. राष्ट्रपति ने जाखू मंदिर जाकर भी भगवान हनुमान के दर्शन किए थे.
'दि रिट्रीट' है राष्ट्रपति का आधिकारिक निवास
राजधानी शिमला से करीब 15 किलोमीटर की दूरी पर मशोबरा में 'दि रिट्रीट' की ऐतिहासिक इमारत है. इस ऐतिहासिक इमारत का निर्माण साल 1850 में कोटि के राजा ने करवाया था. मौजूदा वक्त में इस ऐतिहासिक इमारत का इस्तेमाल राष्ट्रपति निवास के तौर पर होता है. देशभर में केवल चार ही राष्ट्रपति निवास हैं और इनमें एक शिमला में स्थित है. शिमला के अलावा राष्ट्रपति निवास दिल्ली, हैदराबाद और देहरादून में स्थित है.
साल 1860 में वायसराय को चुकाने पड़े थे 2 हजार 825 रुपये
साल 1860 में कोटि के राजा ने इस ऐतिहासिक इमारत का निर्माण करवाया था. उस वक्त सिर्फ यहां एक ही मंजिल थी. साल 1860 में एम.सी. कमिश्नर लॉर्ड विलियम ने कोटि के राजा से इस इमारत को लीज पर लिया. उस वक्त उन्होंने इस भवन को लीज पर लेने के लिए 2 हजार 825 रुपये की भारी-भरकम राशि चुकाई थी. साल 1890 में चल कर इस इमारत में दो मंजिल बनवाई गई. यह ऐतिहासिक इमारत 10 हजार 628 वर्ग फीट में फैली है.
आजादी से पहले यहां रहते थे वायसराय
आजादी से पहले इस ऐतिहासिक इमारत में वायसराय रहा करते थे. वे ऑब्जर्वेटरी हिल पर बने वायसराय लॉज की इमारत से वीकेंड पर यहां आया करते थे. वायसराय लॉज की इस इमारत को आज इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ एडवांस स्टडी के नाम से जाना जाता है, जो साल 1888 में बनकर तैयार हुई थी.
राष्ट्रपति निवास की ठीक सामने खूबसूरत गार्डन
राष्ट्रपति निवास 'दि रिट्रीट' के ठीक सामने एक गार्डन है. इस गार्डन में ट्यूलिप लगाए गए हैं. यहां डेनमार्क, लैपटॉप और येलो ट्यूलिप लगे हुए हैं. इसके अलावा यहां कॉपर ब्रीच के दो पेड़ हैं, जो हर 25 दिन बाद अपना रंग बदल लेते हैं. इसी तरह का एक अन्य पेड़ चायल पैलेस और होटल वाइल्ड फ्लावर में भी है.
राष्ट्रपति निवास के परिसर में ही तीन कुएं भी हैं, जिससे यहां पौधों को पानी भी दिया जाता है. इसी गार्डन में सन डायल भी है, जिससे पहले टाइम का पता किया जाता था. समय पता करने के लिए इस घड़ी में एक फॉर्मूला भी दिया गया है. इससे कोई भी आसानी से इसका पता लगा सकता है.
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