Shimla News: लंबे इंतजार के बाद रविवार को मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने मंत्रिमंडल का विस्तार किया. बुधवार देर रात मुख्यमंत्री ने विभागों का आवंटन भी कर दिया है. लोहड़ी के मौके पर हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद मंत्रिमंडल की पहली बैठक होने जा रही है. बैठक की अध्यक्षता प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू करेंगे लेकिन इस बैठक में हैवीवेट मंत्री कैबिनेट मंत्री विक्रमादित्य शामिल नहीं होंगे.


उदयपुर कोर्ट में विक्रमादित्य सिंह की पेशी


दरअसल, लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह को उदयपुर कोर्ट में एक निजी मामले में पेश होना है. उनकी धर्मपत्नी सुदर्शना ने उनके खिलाफ घरेलू हिंसा का मामला दर्ज करवाया है. इसी मामले पर विक्रमादित्य सिंह को कोर्ट के सामने पेश होना है. गुरुवार को ही वे दिल्ली से उदयपुर के लिए रवाना हुए हैं. कोर्ट में पेशी के दौरान विक्रमादित्य सिंह के साथ उनकी मां प्रतिभा सिंह भी मौजूद रह सकती हैं. हालांकि विक्रमादित्य सिंह ने कैबिनेट बैठक में शामिल न होने की वजह एक निजी शादी समारोह में जाना बताया है. विक्रमादित्य सिंह ने बताया कि वह कैबिनेट में अनुपस्थिति के बारे में पहले ही मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू को भी जानकारी दे चुके हैं.


उदयपुर कोर्ट में है मामला


राजस्थान की उदयपुर कोर्ट में एक परिवाद पेश किया गया था. इसमें विक्रमादित्य के अलावा स्वर्गीय वीरभद्र सिंह की बेटी, पत्नी और दामाद को घरेलू हिंसा मामले में समन जारी किया गया था. उदयपुर की अदालत ने पहले में बुधवार 14 दिसंबर 2022 को इस मामले में सभी प्रतिवादियों को पेश होने के आदेश दिए थे. राजसमंद के आमेट राजघराने की राजकुमारी सुदर्शना की शादी हिमाचल के पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के पुत्र विक्रमादित्य के साथ 8 मार्च 2019 को हुई थी. इसके कुछ समय साथ रहने के बाद दोनों के बीच संबंध बिगड़ गए. कैबिनेट मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने इस मामले को राजनीति से प्रेरित बताते हुए व्यक्तिगत मामला करार दिया था.


ये भी पढ़ें :-Old Pension Scheme: क्या पुरानी पेंशन स्कीम का वादा होगा पूरा? कल होगी हिमाचल कैबिनेट की पहली बैठक