Himachal News: हिमाचल प्रदेश में इस बार हुई मानसून की बारिश ने पुराने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं. इस साल जुलाई महीने में सामान्य से 71 फीसदी ज्यादा बारिश दर्ज की गई है. अगर पिछले कई सालों के रिकॉर्ड पर नजर डालें, तो पिछले 100 सालों में सातवीं बार ऐसी बारिश जुलाई महीने में दर्ज की गई. इससे पहले साल 1980 में जुलाई के महीने में 477 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई थी. साल 1980 के बाद यह दूसरी बार इतनी ज्यादा बारिश दर्ज की गई है.
जुलाई महीने में 437.5 मिलीमीटर बारिश दर्ज
वहीं, मानसून के इस सीजन में 56 फीसदी अधिक बारिश दर्ज की गई है. मानसून सीजन के दौरान सबसे ज्यादा बारिश सिरमौर में हुई. यहां 1 हजार 326 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है. इससे पहले जुलाई महीने में साल 1914 में 495.4 मिलीमीटर, साल 1925 में 450 मिलीमीटर, साल 1946 में 462 मिलीमीटर, साल 1949 में 548.6 मिलीमीटर, साल 1958 में 452 मिलीमीटर और साल 1980 में सबसे अधिक 477.1 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई थी. साल 1980 के बाद साल 2023 में जुलाई महीने में सबसे ज्यादा बारिश दर्ज की गई है. इस साल जुलाई महीने में 437.5 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है.
अगस्त में भी बारिश से नहीं मिलेगा छुटकारा
जुलाई के बाद अब अगस्त महीने में भी हिमाचल प्रदेश के लोगों को बारिश से राहत नहीं मिलने वाली है. मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने तीन अगस्त से लेकर सात अगस्त तक एक बार फिर मॉनसून के एक्टिव होने की संभावना जाहिर की है. मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने तीन और चार अगस्त को प्रदेश के कई हिस्सों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया है. मौसम विज्ञान केंद्र ने कांगड़ा, सोलन, सिरमौर, बिलासपुर, मंडी और शिमला जिला के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है. इसके अलावा चंबा, ऊना, हमीरपुर और कुल्लू जिला के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है.