Himachal News: हिमाचल प्रदेश सरकार में लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने हिमाचल बीजेपी अध्यक्ष डॉ. राजीव बिंदल पर पलटवार किया है. लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि डॉ. बिंदल हिंदू धर्म के ठेकेदार नहीं हैं. अब प्रभु श्रीराम की कृपा बीजेपी से ज्यादा कांग्रेस पार्टी पर है. हाल ही में यह कृपा नगर निगम शिमला चुनाव में भी नजर आई है.
'बिंदल को अपना घर संभालने की जरूरत'
लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि डॉ. राजीव बिंदल को कांग्रेस पार्टी की चिंता छोड़ अपनी पार्टी के बारे में विचार करना चाहिए. उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी दो फाड़ हो चुकी है. डॉ. बिंदल को इस बारे में सोचना चाहिए. उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी अपने बारे में खुद विचार कर लेगी. मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू सरकार, प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा सिंह पार्टी और सरकार के मंत्री विकास को आगे बढ़ाने के लिए काम करेंगे. डॉ. बिंदल को अपना घर संभालने की जरूरत है.
गौरतलब है कि डॉ. राजीव बिंदल ने हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के बयान पर आपत्ति जाहिर की थी. मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कर्नाटक में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा था कि हिमाचल प्रदेश 97 फ़ीसदी हिंदू आबादी वाला राज्य है, लेकिन वहां भी कांग्रेस पार्टी जीत हासिल कर रही है. इस बयान पर डॉ. बिंदल ने आपत्ति जाहिर करते हुए इसे हिंदू धर्म का अपमान करार दिया था. हिमाचल बीजेपी अध्यक्ष डॉ. राजीव बिंदल के इसी बयान पर अब लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने पलटवार किया है.
'हिमाचल के राजनीति पर कर्नाटक चुनाव का असर'
कर्नाटक विधानसभा चुनाव में खुलकर ध्रुवीकरण की राजनीति नजर आई. कर्नाटक की राजनीति का असर हिमाचल प्रदेश में भी देखने को मिलता रहा. भले ही दोनों प्रदेशों की दूरी आपस में 2 हजार 500 किलोमीटर से ज्यादा हो, लेकिन सियासी बयानों ने दोनों राज्यों को एक जगह पर लाकर खड़ा कर दिया. 97 फ़ीसदी हिंदू आबादी वाले हिमाचल प्रदेश में ध्रुवीकरण की राजनीति तो संभव नहीं है. लेकिन, राजनीतिक दल अपनी सुविधा के मुताबिक ईश्वर पर अपना ज्यादा अधिकार जताने की कोशिश में लगे हुए हैं.
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