Rajya Sabha Election 2024: राज्यसभा चुनाव से पहले हिमाचल में बढ़ी सियासी तपिश, CM सु्क्खू ने कांग्रेस विधायकों के साथ की बैठक
Rajya Sabha Election 2024: हिमाचल में राज्यसभा की एक सीट है. इस सीट के लिए 27 फरवरी को मतदान होगा. इस बार बीजेपी-कांग्रेस दोनों ने प्रत्याशी खड़े किए हैं. इसको लेकर सियासी अटकलों का बाजार गर्म है.
Himachal Rajya Sabha Election 2024 : हिमाचल प्रदेश की एक राज्यसभा सीट पर 27 फरवरी को चुनाव होने हैं. विधानसभा में अगर विधायकों की संख्या पर नजर डाली जाए, तो कांग्रेस प्रत्याशी अभिषेक मनु सिंघवी का राज्यसभा चुनाव जीतना लगभग तय है. हालांकि, भारतीय जनता पार्टी ने भी अप्रत्याशित रूप से कांग्रेस से बीजेपी में शामिल हुए हर्ष महाजन को राज्यसभा चुनाव में अपना प्रत्याशी बनाया है. हर्ष महाजन कांग्रेस विधायकों से अनुरोध कर रहे हैं कि वह अंतरात्मा की आवाज सुनकर उन्हें वोट दें.
राज्यसभा चुनाव से पहले हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की अध्यक्षता में विधानसभा परिसर में ही कांग्रेस विधायक दल की बैठक हुई. इस बैठक में कांग्रेस विधायकों को राज्यसभा चुनाव की जानकारी दी गई. खास बात यह थी कि इस बैठक में कांग्रेस विधायकों के साथ तीनों निर्दलीय विधायक भी शामिल रहे. हालांकि, सुजानपुर के विधायक राजिंदर राणा अपने निजी काम की वजह से इस बैठक में शामिल नहीं हुए.
हिमाचल की एक राज्यसभा सीट के लिए होने वाले चुनाव को लेकर CM @SukhuSukhvinder ने कहा कि कांग्रेस की जीत तय है. हर्ष महाजन के भले ही कांग्रेस में दोस्त हों, लेकिन राजनीति में दोस्ती नहीं पार्टी लाइन देखी जाती है. उन्होंने कहा कि महाजन को शायद चुनाव के नियमों की भी जानकारी नहीं है. pic.twitter.com/wSdUwVgRKr
— Ankush Dobhal🇮🇳 (@DobhalAnkush) February 22, 2024
'राजनीति में दोस्ती नहीं, पार्टी सर्वोपरि'
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि कांग्रेस के सभी विधायक एकजुट हैं. उन्होंने बैठक में शामिल होने और कांग्रेस के राज्यसभा चुनाव प्रत्याशी का समर्थन करने के लिए तीनों निर्दलीय विधायकों का भी आभार व्यक्त किया. मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस के झंडे के तले सभी विधायक एकजुट हैं. उन्होंने कहा कि हर्ष महाजन भी कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में गए हैं.
सीएम सुक्खु ने कहा, "ऐसा लग रहा है कि कांग्रेस में उनके भी दोस्त हैं, लेकिन राजनीति में दोस्ती नहीं बल्कि पार्टी सर्वोपरि होती है." उन्होंने दावा किया है कि भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी हर्ष महाजन का चुनाव लड़ने से कोई कोई फायदा नहीं होगा. चुनाव में अभिषेक मनु सिंघवी की जीत तय है. मुख्यमंत्री ने कहा कि नियमों के मुताबिक, विधायकों को अपना वोट पार्टी के एजेंट को दिखाना होता है. हर्ष महाजन को शायद राज्यसभा चुनाव के नए नियमों की जानकारी नहीं है.
नंबर गेम कांग्रेस पार्टी के पक्ष में
बता दें कि 27 फरवरी को हिमाचल प्रदेश की एक राज्य सभा सीट के लिए चुनाव होने हैं. इसमें कांग्रेस से अभिषेक मनु सिंघवी और भारतीय जनता पार्टी से हर्ष महाजन प्रत्याशी हैं. हिमाचल प्रदेश की कुल 68 सीटों में से 40 पर कांग्रेस, 25 पर बीजेपी और तीन पर निर्दलीय विधायक जीतकर विधानसभा पहुंचे हैं. तीनों निर्दलीय विधायक ने भी सरकार को बाहरी समर्थन दे रखा है. ऐसे में नंबर गेम पूरी तरह से कांग्रेस के पक्ष में है, लेकिन फिर भी हर्ष महाजन को जीत की उम्मीद है.
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