Raksha Bandhan Special Rakhi: हिंदू धर्म में भाई-बहन के लिए रक्षाबंधन के त्योहार की विशेष मान्यता है. यूं तो भाई हर पल ही अपनी बहन की रक्षा करता है, लेकिन रक्षाबंधन के दिन बहन को भाई यह खास वादा भी देता है. 31 अगस्त को देशभर में रक्षाबंधन का त्योहार मनाया जाएगा. देश भर में राखी खरीदने के लिए बाजारों में भीड़ लगी हुई है और महंगी-महंगी राखियां सुर्खियां भी बटोर रही हैं. इस बीच हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में एक ऐसी रखी है, जो न केवल भाई-बहन के रिश्ते का ध्यान रखेगी बल्कि इस राखी से पर्यावरण का भी ध्यान रखा जा सकेगा.
भाई-बहन के रिश्ते के साथ पर्यावरण का भी ध्यान
यह खास राखी पर्यावरण संरक्षण की दिशा में बेहद अहम कदम है. हिमाचल प्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत स्वयं सहायता समूह की महिलाएं यहां गोबर से बनी राखियां बना रही हैं. गोबर से बनी राखी हर किसी के लिए आकर्षण का केंद्र है. खास बात यह है कि जब यह राखी हाथ से उतारकर मिट्टी में डाली जाएगी, तब यहां इसकी जगह एक पौधा उग जाएगा. दरअसल, गोबर की इस राखी में फूल के बीज डाले गए हैं. इसमें गुलाब और तुलसी के साथ अन्य कई बीज डाले गए हैं. ऐसे में जब राखी को मिट्टी में डाला जाएगा, तो यहां सुंदर फूल उग जाएगा. अब इस तरह की खास राखी की पूरे प्रदेश भर में चर्चा हो रही है.
यह राखी खास बनाएगी आपका रक्षाबंधन
हिमाचल प्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अनिल शर्मा ने बताया कि मिशन के तहत प्रदेश भर के 42 हजार स्वयं सहायता समूह की तीन लाख से ज्यादा महिलाएं गोबर की राखियां बना रही हैं और प्रदेश भर में इनकी भारी डिमांड है. शिमला के टूटू में कामनापूर्ण गौशाला में भी अपने स्तर पर गोबर की राखियां बनाई जा रही हैं. इसमें भी स्वेच्छा से कई महिलाएं कम कर रही हैं. यहां राखी के अलावा गोबर से धूप, गमले, दीवार की घड़ी, नेम प्लेट और दीए भी तैयार किए जा रहे हैं. शिमला में पर्यावरण संरक्षण के लिए ही पाइन से बनी राखियों को भी तैयार किया जा रहा है.