Ram Mandir: राम नगरी अयोध्या में 22 जनवरी का दिन इतिहास के स्वर्णिम पन्नों में दर्ज होने वाला है. इसी दिन राम जन्मभूमि में बने भव्य और दिव्य मंदिर में राम लला की प्राण प्रतिष्ठा होगी. इस दिन का सभी को बेसब्री से इंतजार है. हर कोई अपनी-अपनी तरह से इस दिन को खास बनाने में भी जुटा हुआ है. हालांकि इस बीच राजनीतिक दलों की बयानबाजी थमने का नाम नहीं ले रही. हिमाचल के पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने सवाल किया है कि राम जन्मभूमि का ताला खुलने के बाद कांग्रेस के नेता भगवान राम के दर्शन करने क्यों नहीं गए. आखिर कांग्रेस के नेताओं ने इतनी जहमत क्यों नहीं उठाई?
37 साल तक कहां थे कांग्रेस के नेता?
नेता प्रतिपक्ष जय राम ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस नेताओं को यह जवाब देना चाहिए कि उन्होंने राम लला से दूरी क्यों बनाए रखी. आज 'भगवान राम सबके हैं' कहने वाले नेताओं को यह जवाब देना चाहिए कि वह 37 साल तक कहां थे? उन्होंने कहा कि देश का बच्चा-बच्चा जानता है कि कांग्रेस ने राम मंदिर की राह में रोड़े अटकाने की कोशिश की. पूरा गांधी-नेहरू परिवार उत्तर प्रदेश की विरासत को ही संभाले रहा, लेकिन कभी इन्होंने जाकर राम लला के दर पर पूजा-पाठ नहीं किया.
जयराम ठाकुर का गांधी परिवार से भी सवाल
जयराम ठाकुर ने कहा कि सोनिया गांधी, प्रियंका गांधी और राहुल गांधी कभी राम मंदिर की चौखट पर भी नहीं गए. प्रियंका गांधी ने तो अयोध्या में रोड शो भी किया और वह हनुमानगढ़ी तक गई, लेकिन वे चंद कदमों की दूरी पर राम मंदिर तक नहीं पहुंच सकी. जयराम ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस के नेताओं को इन बातों का जवाब देना चाहिए. पूरे देश की जनता सच्चाई इसकी वजह जानना चाहती है.
अनिरुद्ध सिंह ने बीजेपी पर साधा था निशाना
इससे पहले हिमाचल प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री अनिरुद्ध सिंह ने कहा था कि बड़े-बड़े दावे करने वाली भारतीय जनता पार्टी को यह नहीं भूलना चाहिए कि तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गांधी के कार्यकाल में ही राम मंदिर के ताले खोले गए थे. उन्होंने कहा कि भाजपा हर बात पर राजनीति करती है. गाय पर राजनीति भी करने वाली भाजपा को बताना चाहिए कि उन्होंने हिमाचल प्रदेश में कितने गौ सदन खोले? अनिरुद्ध सिंह ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में कहीं सबसे बड़ी गौशाला खोली गई है तो वह उन्हीं के विधानसभा क्षेत्र में है, जिसे लोगों के सहयोग से खोला गया. अनिरुद्ध सिंह ने कहा कि धर्म राजनीति का विषय नहीं है. इसे राजनीति से दूर रखना चाहिए.
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