Kangana Ranaut Statement on Farmers: हिमाचल प्रदेश के मंडी संसदीय क्षेत्र से बीजेपी की सांसद कंगना रनौत के बयान पर देशभर में खूब विवाद पसरा हुआ है. भारतीय जनता पार्टी कंगना रनौत के बयान से खुद को अलग कर चुकी है. इस बीच हिमाचल प्रदेश विधानसभा में भी कंगना रनौत के इस बयान को लेकर खूब हंगामा देखने को मिला. स


रकार में कैबिनेट मंत्री जगत सिंह नेगी ने तो मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू से यहां तक मांग कर दी कि कंगना के बयान से माहौल बिगड़ने की आशंका पैदा हुई है. ऐसे में सांसद के खिलाफ एफआईआर होनी चाहिए.


बयान की कड़ी भर्त्सना होनी चाहिए- हर्षवर्धन चौहान 
इसके बाद संसदीय कार्य मंत्री हर्षवर्धन चौहान ने कहा, ''कंगना रनौत का किसानों को लेकर दिया गया बयान बेहद निंदनीय है. इस बयान की कड़ी भर्त्सना होनी चाहिए. कंगना रनौत ने देश के किसानों को हत्यारा और बलात्कारी कहा है.'' 


संसदीय कार्यमंत्री चाहते थे कि सदन में कंगना के बयान पर निंदा का प्रस्ताव रखा जाए और इस पर वोटिंग हो, लेकिन विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने रूलिंग दी कि बीजेपी के केंद्रीय नेतृत्व ने भी इस बयान से किनारा करते हुए उसे कडेंम किया है. लिहाजा, यह सदन भी उस बयान की निंदा करता है.


क्या बोली बीजेपी?


वहीं, बीजेपी का कहना था कि जो व्यक्ति सदन में अपना पक्ष रखने के लिए मौजूद न हो, उस पर चर्चा कैसे हो सकती है. नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि यह इस सदन की परंपरा नहीं है.


विक्रमादित्य सिंह ने भी कंगना के बयान को बताया दुर्भाग्यपूर्ण
इससे पहले सदन की कार्यवाही शुरू होने से पहले लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने भी सदन के बाहर मीडिया से मुखातिब होते हुए कंगना रनौत के बयान को दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया. विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि कंगना जो बयान दिया, वह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है. उनका बयान मजाक का केंद्र बन चुका है. इस सबके बीच विदेश मंत्रालय को यह स्पष्ट करना चाहिए कि क्या मोदी सरकार की विदेश नीति इतनी कमजोर है, जिसकी वजह से चीन और अमेरिका जैसे देश भारत के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप कर रहे हैं.


'सिर्फ सुर्खियां बनाने के लिए सदन से...', CM सुखविंदर सिंह सुक्खू की बीजेपी विधायकों को सलाह