Shimla Mosque Latest Update: हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला के संजौली इलाके में मस्जिद मामले ने बुधवार को एक बार फिर तूल पकड़ लिया. AIMIM नेता शोएब जमई ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर कर संजौली मस्जिद मामले में हाईकोर्ट में जनहित याचिका दायर करने की बात कही.


इसके बाद हिमाचल प्रदेश में दोबारा विवाद छिड़ गया. मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस की तैनाती संजौली में बढ़ा दी गई. इसी बीच संजौली मस्जिद कमेटी ने शोएब जमई को कड़े शब्दों में संदेश दे दिया.


जमई शिमला के नियमों को नहीं जानते- लतीफ


शिमला में संजौली मस्जिद कमेटी के अध्यक्ष मोहम्मद लतीफ ने कहा कि शोएब जमई शिमला के नियमों के बारे में नहीं जानते हैं. वह वीडियो में बता रहे थे कि संजौली मस्जिद के आसपास की मंजिलें भी बराबर ऊंचाई की है, लेकिन इन सभी मंजिलों का घरों का नक्शा पास हुआ है. उन्होंने कहा कि वह आज भी अपनी बात पर अडिग हैं. संजौली मस्जिद कमेटी ने नगर निगम आयुक्त से यह कहा है कि मस्जिद के जिस हिस्से को अवैध बताया जा रहा है, उसे वहां से हटाने के लिए कमेटी तैयार है.


मामले में राजनीति न करने की सलाह


मोहम्मद लतीफ ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में बाहरी लोगों को आकर अपनी राजनीति चमकाने की जरूरत नहीं है. उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश के भी कुछ लोग इस पूरे मामले में अपनी राजनीति चमकाने की कोशिश कर रहे हैं. मोहम्मद लतीफ ने कहा कि वह आज भी इस बात के लिए तैयार हैं कि मस्जिद में अवैध बने हिस्से को नगर निगम आयुक्त हटवा लें. मोहम्मद लतीफ ने कहा कि शोएब जमई संजौली मस्जिद में नमाज पढ़ने के लिए आए थे. इसके बाद में ऊपर वाली मंजिल में चले गए और वहां उन्होंने वीडियोग्राफी कर ली.


नए घटनाक्रम के बाद कांग्रेस-बीजेपी की प्रतिक्रिया


इस मामले में शहरी विकास मंत्री विक्रमादित्य सिंह का भी बयान सामने आया है. हिमाचल प्रदेश सरकार में शहरी विकास मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि AIMIM नेता शोएब जमई यहां आकर माहौल खराब कर रहे हैं. मस्जिद का मामला एमसी कमिश्नर के कोर्ट में है. वीडियो बनाकर सनसनी फैलाना दुर्भाग्यपूर्ण है. इस पर कार्रवाई होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि इस पूरे मामले में नियमों के मुताबिक ही कार्रवाई होगी. राज्य में इस तरह सांप्रदायिक सौहार्द खराब करने की विक्रमादित्य सिंह ने कड़े शब्दों में निंदा की.


वहीं, हिमाचल बीजेपी अध्यक्ष डॉ राजीव बिंदल ने कहा है कि राज्य सरकार को जल्द से जल्द इस पूरे मामले का निपटारा करना चाहिए. उन्होंने कहा कि इस पूरे मामले को निपटने में जितनी ज्यादा देरी हो रही है, उतना ही आपसी सौहार्द बिगड़ रहा है. डॉ. राजीव बिंदल ने कहा कि राज्य सरकार का वह कदम भी बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है, जिसमें उन्होंने प्रदर्शनकारियों के खिलाफ मामले दर्ज करवाए हैं.