Himachal Pradesh News: हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला के संजौली मस्जिद मामले में विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. इस केस में अब एक नया ट्विस्ट आ गया है. हाल ही में AIMIM नेता शोएब जमई शिमला की मस्जिद में पहुंचे और जायजा लिया. उन्होंने यहां का एक वीडियो सोशल मीडिया पर पोस्ट किया, जिसमें वो मस्जिद के आसपास की इमारत को दिखा रहे हैं. 


दरअसल, शोएब जमई ने अपने सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर संजौली मस्जिद से जुड़ा वीडियो पोस्ट किया है. इसमें वो मस्जिद के आसपास की इमारत को दिखाते हुए नजर आ रहे हैं. वीडियों में जमई कह रहे हैं, "मस्जिद के बराबर ही दूसरी इमारतों की भी ऊंचाई है." उन्होंने इस संबंध में हाई कोर्ट में पीआईएल (PIL) दाखिल करने की भी बात कही है.





शोएब जमई ने की PIL दाखिल करने की बात
शोएब जमई ने कहा, "संजौली के मौलवी ने इस पूरे मामले को बहुत अच्छे से हैंडल किया. अब हिंदू संगठन सवाल खड़े कर रहे हैं कि शोएब जमई मस्जिद के उस हिस्से में कैसे पहुंच गए, जो सील किया गया है. जमई को यह भी मालूम होना चाहिए कि आसपास की इमारतें नगर निगम से नक्शा पास करवाने के बाद बनाई गई हैं, जबकि मस्जिद में बनाई गई नई इमारत का नक्शा पास नहीं है."


शोएब जमई ने की ये मांग
AIMIM नेता शोएब जमई ने कहा, "शिमला की संजौली मस्जिद के आसपास जितनी भी बिल्डिंग है, सब के ऊपर अवैध निर्माण हुआ है. उन सब की हाइट मस्जिद की हाइट से ज्यादा है. शिमला नगर निगम ने खुद सात हजार अवैध निर्माण चिन्हित किया था. क्या सब पर बुलडोजर चलेगा या सिर्फ मस्जिद को निशाना बनाया गया? इस वीडियो में लाइव सबूत है. इसलिए हमारी टीम ने फैसला लिया है कि हम हाई कोर्ट में पीआईएल डालेंगे, ताकि सात हजार अवैध निर्माणों पर बुलडोजर चले." 


शोएब जमई ने कांग्रेस सरकार पर तंज करते हुए हिमाचल में भी मोहब्बत की दुकान खोलने की बात कही. वहीं संजौली मस्जिद मामले में आए इस नए ट्विस्ट को लेकर हिंदू नेता कमल गौतम की भी प्रतिक्रिया सामने आई है. कमल गौतम ने इसे बेहद दुर्भाग्यपूर्ण बताया. कमल गौतम ने कहा, यह एक सोची-समझी साजिश है. उन्होंने पहले ही इसके बारे में राज्य की जनता को चेताया था. 


कमल गौतम ने कहा, "शिमला पुलिस को विवादित और सील ढांचे में जाकर अनर्गल बयानबाजी करते हुए लाइव करने के लिए शोएब जमई पर कानून का उल्लंघन और भावना भड़काने का केस दर्ज करना चाहिए. संजौली अवैध मस्जिद को लेकर मुस्लिम पक्ष नगर निगम आयुक्त के पास जाकर लिखित में देता है कि हम अवैध मस्जिद खुद गिराने को तैयार हैं. हमने उसी समय कह दिया था कि ये लोग हिन्दुओं की आंख में धूल झोंक रहे हैं."


दरअसल, AIMIM नेता का यह वीडियो उस समय सामने आया है, जब मस्जिद में हुए अवैध निर्माण के मामले में पांच अक्टूबर को कमिश्नर कोर्ट में सुनवाई होने वाली है. इससे पहले ही संजौली मस्जिद का एक प्रतिनिधिमंडल नगर निगम के आयुक्त के पास पहुंचा था. इस प्रतिनिधिमंडल ने मस्जिद में अवैध निर्माण को हटाने की अनुमति मांगी थी.


यही नहीं मस्जिद के इस प्रतिनिधिमंडल ने यह भी कहा था कि जिस हिस्से को अवैध माना जा रहा है, उसे हटाए जाने से उन्हें कोई आपत्ति नहीं है. अगर नगर निगम आयुक्त अनुमति दें, तो वह खुद ही इस हिस्से को हटा देंगे. इसके बाद मस्जिद का प्रतिनिधिमंडल शिमला शहर के विधायक हरीश जनारथा के पास भी पहुंचा. इसके लिए विधायक हरीश जनारथा ने भी उनका आभार व्यक्त किया था, लेकिन अब मामला उल्टा पड़ता नजर आ रहा है.



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