HP Vidhan Sabha Monsoon Session 2023: हिमाचल प्रदेश विधानसभा के मानसून सत्र के दौरान विपक्ष के सदस्य सतपाल सिंह सत्ती ने कहा कि प्रदेश में आपदा से भारी नुकसान हुआ है. उन्होंने कहा कि आने वाला वक्त सर्दियों का है. ऐसे में जिन लोगों के मकान चले गए, उन्हें जल्द से जल्द राहत पहुंचाए जाने की आवश्यकता है. सतपाल सिंह सत्ती ने कहा कि सरकार को जरूरत है कि वह जिलास्तर पर अपने मंत्रियों को तैनात करें, जिससे राहत और बचाव कार्य को और बेहतर बनाया जा सके. सतपाल सिंह सत्ती ने आरोप लगाया कि राहत और बचाव कार्य में सरकार की ओर से बंदरबांट चल रही है.
ऊना सदर से विधायक सतपाल सिंह सत्ती ने कहा कि सरकार की तरफ से जो नुकसान के आंकड़े पेश किया जा रहे हैं, वह भी अलग-अलग हैं. जिला स्तर पर जब मंत्री जाकर काम करेंगे, तो पुख्ता आंकड़े जुटाना में भी मदद मिल सकेगी. उन्होंने कहा कि आपदा के बीच मंत्रियों को भी अपने बयान पर संयम रखने की जरूरत है. सतपाल सिंह सत्ती ने कहा कि बीते दिनों उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने बयान दिया, जिसमें यह कहा गया कि बीजेपी के लोग दिल्ली जाकर हिमाचल की मदद रोकने की कोशिश कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि आपदा के वक्त ऐसा नेता तो शायद कोई नहीं होगा, जिसने यह कोशिश की हो.
लंबित मंत्रिमंडल विस्तार पर सत्ती का तंज
प्रदेश सरकार राहत कार्यों में तेजी लाने का आग्रह करते हुए सतपाल सिंह सत्ती ने कहा कि सरकार को जिला स्तर पर मंत्री डिप्यूट करने चाहिए. यदि मंत्री कम पड़ रहे हैं, तो नए मंत्री भी बनाए जा सकते हैं. उन्होंने कहा कि अभी भी मंत्रीपरिषद में तीन पद खाली हैं. ऐसे में सुधीर शर्मा, राजेश धर्माणी, यादविंद्र गोमा और संजय रतन को मौका दिया जा सकता है. सत्ती ने कहा कि जल्द ही सरकार के मुख्य संसदीय सचिव हटाने जा रहे हैं. इसमें सरकार कुछ नहीं कर सकती, क्योंकि इस संदर्भ में उच्चतम न्यायालय पहले ही रूलिंग दे चुका है.
सत्ती ने तंज करते हुए कहा कि कई विधायकों को तो इतनी बार मंत्री पद मिलने की बधाई मिल चुकी है, जितनी उन्हें मंत्री बनने के बाद भी नहीं मिलती. आए दिन विधायकों को मंत्री बनने की बधाई मिल जाती है, लेकिन होता कुछ नहीं. दरअसल, हिमाचल में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व वाली सरकार में तीन मंत्री पद खाली पड़े हैं. सत्ती ने मंत्री पद की दौड़ में शामिल विधायकों का नाम लेकर ठंडी पड़ रही चर्चा को हवा देने की कोशिश की.
बागवान पर FIR क्यों?- सतपाल सिंह सत्ती
प्रदेश भर में हो रही इलीगल डंपिंग का भी सतपाल सिंह सत्ती ने विधानसभा में मामला उठाया. उन्होंने कहा कि वह जगह-जगह देखते हैं कि डंपिंग निर्धारित साइट पर नहीं, बल्कि नदियों में हो रही हैं. सत्ती ने सरकार से नदी किनारे निर्माण पर भी सख्त नियम बनाए जाने की जरूरत पर ध्यान देने की बात कही. उन्होंने कहा कि हमें यह जानने की जरूरत है कि जब इलीगल माइनिंग हो रही है, तो आखिर प्रदेश के अधिकारी क्या कर रहे हैं?
सतपाल सिंह सत्ती ने जिला शिमला के बागवानों पर नाले में फेंके जाने पर जुर्माना लगाने का मामला भी उठाया. उन्होंने कहा कि यदि किसी बागवान ने अपना सेब नाले में मजबूर होकर फेंक दिया, तो आखिर उस पर एफआईआर क्यों की गई? उन्होंने कहा कि पॉल्यूशन बोर्ड के 'बेईमान' अधिकारियों को यह देखना चाहिए कि बद्दी-बरोटीवाला में किस तरह नदियों की हालत खराब हो गई है.
ये भी पढ़ें: Himachal News: हिमाचल विधानसभा में सरकारी संकल्प पारित, केंद्र सरकार से 12 हजार करोड़ के राहत पैकेज की मांग