Sawan Shivratri 2023: सावन महीने में नंदी महाराज की मूर्ति पी रही पानी, चमत्कार या विज्ञान? छिड़ गई बहस
विशेष मान्यता रखने वाला सावन महीना चल रहा है. इस बीच चंबा के सरोल मंदिर से दिलचस्प तस्वीर सामने आई है. यहां शिव मंदिर में नंदी महाराज की मूर्ति पानी पीती हुई नजर आ रही है. वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है.
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Sarol Temple Chamba: विज्ञान और चमत्कार के बीच अक्सर ही बहस छिड़ी रहती है. बात जब ईश्वर से जुड़ी किसी घटना की हो, तो भगवान पर आस्था रखने वाला हर भक्त इसे चमत्कार ही बताता है. लेकिन, आधुनिक युग में चमत्कार और विज्ञान की लड़ाई भी लगातार चलती ही है. हिंदू धर्म में विशेष मान्यता रखने वाला सावन का महीना चल रहा है. यह महीना भगवान शिव की पूजा करने को खुश करने के लिए विशेष मान्यता भी रखता है.
वीडियो में क्या नजर आ रहा है?
इस बीच हिमाचल प्रदेश के जिला चंबा के सरोल से एक दिलचस्प तस्वीर सामने आई है. यहां मंदिर में बनी नंदी महाराज की मूर्ति पानी पीती हुई नजर आ रही है. फिलहाल यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है और लोग इसे लेकर अलग-अलग प्रतिक्रियाएं भी दे रहे हैं. सोशल मीडिया पर वायरल इस वीडियो में नजर आ रहा है कि मंदिर में बैठे कुछ भक्त चम्मच से नंदी महाराज के की मूर्ति के सामने पानी भरकर रखते हैं. देखते ही देखते यह पानी मूर्ति के अंदर समा जा रहा है. वीडियो देखकर ऐसा लगता है कि मानो नंदी महाराज खुद पानी पी रहे हो. अब इस वीडियो के बारे होने के बाद अब इस पर बहस छिड़ना लाजमी है. कोई इसे सावन के महीने में भगवान शिव का चमत्कार बता रहा है, तो कोई सिर्फ महज वैज्ञानिक घटना. हालांकि यह चमत्कार है या फिर विज्ञान, यह तो शोध का विषय है.
भगवान शिव और नंदी महाराज का रिश्ता
भगवान शिव के प्रमुख गणों में से नंदी महाराज एक हैं. माना जाता है कि प्राचीन कालीन कामशास्त्र, धर्मशास्त्र, अर्थशास्त्र और मोक्षशास्त्र में से कामशास्त्र के रचनाकार नंदी महाराज ही हैं. बैल को महिष भी कहते हैं. इसी वजह से भगवान शंकर का एक नाम महेश भी है. भगवान शिव ने जब कैलाश पर्वत पर कठोर तप किया, तब भी नंदी महाराज इस दौरान भगवान के साथ ही थे. नंदी महाराज हमेशा ही भगवान शिव के अंग संग चलते हैं.
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