CM Sukhvinder Singh Sukhu: नए साल की पूर्व संध्या पर हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू अचानक रिज मैदान पहुंच गए. मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू रिज मैदान से होते हुए स्कैंडल पॉइंट और मालरोड पर घूमे. स्कैंडल प्वाइंट पर मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने मीठे पान का भी मजा लिया. छात्र जीवन में रहते हुए सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू इसी दुकान से पान खाया करते थे. मुख्यमंत्री बनने के बाद उन्होंने यहां पान का आनंद लेते हुए अपने यूनिवर्सिटी के दिनों को भी याद किया.
मुख्यमंत्री ने साझा किए कॉलेज के दिनों के किस्से
साथ ही मुख्यमंत्री ने किस्सा साझा करते हुए बताया कि नए साल के मौके पर वह टाउन हॉल की सीढ़ियों पर बैठकर चर्चा में भाग लिया करते थे. उन्होंने कहा कि रिज मैदान और माल रोड पर हिमाचल प्रदेश की राजनीति की चर्चाएं हमेशा ही गर्म रहती हैं. उन्होंने कहा कि शाम पांच बजे के बाद शिमला के आम आदमी का मालरोड और रिज मैदान पर आना बेहद आम है. नए साल के मौके पर वह भी आम आदमी की तरह यहां घूमने के लिए पहुंचे हैं.
नए साल में विकास के नए आयाम होंगे स्थापित
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने प्रदेश के लोगों के साथ पर्यटकों को नए साल की बधाई दी. उन्होंने कहा कि आज भी आम आदमी की तरह रिज मैदान पर घूमने के लिए पहुंचे हैं. मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि सरकार का काम कभी रुकता नहीं है. प्रदेश में नई सरकार और नया साल प्रदेश के विकास के लिए ही काम करेगा. मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि उन्होंने नए साल पर हिमाचल प्रदेश की विकास को और अधिक गति देने का प्रण लिया है.
मालरोड और मुख्यमंत्री का खास नाता
नए साल की पूर्व संध्या पर सुखविंदर सिंह सुक्खू भले ही बतौर मुख्यमंत्री माल रोड पहुंचे, लेकिन मुख्यमंत्री और माल रोड का नाता बेहद पुराना है. मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने राजनीति की शुरुआत छात्र जीवन से की. संजौली कॉलेज और हिमाचल प्रदेश यूनिवर्सिटी में उन्होंने एनएसयूआई में रहकर अपनी राजनीति को गति दी. इस दौरान मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू रोजाना माल रोड पर आया करते थे. वह यहां शिमला के मशहूर टाउन हॉल की सीढ़ियों पर बैठकर अपने दोस्तों के साथ समय बिताया करते थे.
लोगों में CM के साथ सेल्फी लेने का क्रेज
यह नियति का ही खेल है कि जिस टाउन हॉल की सीढ़ियों पर बैठकर सुखविंदर सिंह सुक्खू समय बिताया करते थे बाद में वे इसी नगर निगम सदन के पार्षद बने. साल 2003 में विधायक का चुनाव लड़ने के बाद भले ही उनका विधानसभा क्षेत्र नादौन हो गया, लेकिन शिमला से उनका नाता कभी नहीं टूटा. आज प्रदेश के मुखिया के तौर पर राजधानी में जब मुख्यमंत्री निकले, तो लोगों ने उनसे खूब बातें की. कुछ लोग मुख्यमंत्री को पुराने समय के किस्से साझा करते दिखाई दिए. साथ ही लोगों के बीच मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के साथ सेल्फी लेने का भी क्रेज नजर आया.