शिमला: पूर्व पीएम डॉ. मनमोहन सिंह की याद में ब्लड डोनेशन कैंप, दिव्यांग विद्यार्थी करेंगे कैंप का संचालन
Blood Donation Camp: शिमला में नए साल पर ब्लड डोनेशन कैंप का आयोजन होगा. यह कैंप दिव्यांग विद्यार्थियों की ओर से ही संचालित होगा. यह कैंप पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के लिए श्रद्धांजलि होगी.
Himachal Pradesh News: साल 2024 तेजी से अपने अंत की तरफ बढ़ रहा है. आखिर में देशवासियों को एक बड़ा झटका देकर साल 2024 अलविदा कह रहा है. 26 दिसंबर की रात देश के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह का निधन हो गया. इससे पूरे देश में दु:ख की लहर है. 1 जनवरी तक देश भर में राजकीय शोक की घोषणा की गई है. इस बीच शिमला में पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह को अनोखे ढंग से याद किया जाएगा. डॉ. मनमोहन सिंह साल 2004 और साल 2009 में दो बार देश के प्रधानमंत्री बने. उन्होंने कांग्रेस के नेतृत्व वाली यूपीए सरकार में 10 साल का कार्यकाल पूरा किया.
नए साल पर डॉ. मनमोहन सिंह की याद में ब्लड डोनेशन कैंप
साल 2025 के पहले ही दिन यानी एक जनवरी को शिमला में एक रक्तदान शिविर आयोजित होगा. खास बात यह है कि इस रक्तदान शिविर का संचालन दिव्यांग विद्यार्थियों की ओर से किया जाएगा. शिमला में उमंग फाउंडेशन की ओर से यह कैंप आयोजित किया जा रहा है. इस दौरान फाउंडेशन से जुड़े अन्य कार्यकर्ता भी संचालन में मदद करेंगे.
उमंग फाउंडेशन लंबे वक्त से हिमाचल प्रदेश में दिव्यांगों के अधिकार के लिए काम कर रही है. उमंग फाउंडेशन के अध्यक्ष प्रो. अजय श्रीवास्तव ने बताया कि यह कैंप पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के लिए श्रद्धांजलि होगा. उन्होंने कहा कि शिमला और राज्य के अन्य लोगों के साथ यहां पहुंचे सैलानियों के लिए भी एक बेहतरीन मौका रहने वाला है. जहां रक्तदान कर वे डॉ. सिंह को श्रद्धांजलि दे सकेंगे. वहीं, सिर्फ एक यूनिट रक्त से चार लोगों की जान बचाने में भी मददगार साबित होंगे.
अस्पतालों में रक्त की कमी पूरी करने में मददगार होते हैं शिविर
गौर हो कि शिमला और इसके आसपास के इलाके में आने वाले अस्पतालों में सर्दियों के दौरान रक्त की भारी कमी हो जाती है. रोजाना अस्पताल आने वाले मरीज और खास तौर पर थैलेसीमिया से पीड़ित लोगों को रक्त की सख्त आवश्यकता होती है. इस तरह के कैंप रक्त की कमी पूरा करने में भी मददगार साबित होते हैं.
18 साल से अधिक उम्र का कोई भी स्वस्थ व्यक्ति रक्तदान कर सकता है. रक्तदान करने से शरीर में न तो कमजोरी आती है और न ही किसी तरह का कोई विकार पैदा होता है. एक यूनिट रक्तदान कर अलग-अलग लोगों की जान बचाने में मददगार साबित होता है. स्वस्थ पुरुष हर तीन महीने और स्वस्थ महिला हर चार महीने के अंतराल में रक्तदान कर सकती है.
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