Himachal Pradesh News: हिमाचल प्रदेश की राजधानी और पहाड़ों की रानी शिमला (Shimla) में पर्यटन कारोबार धीरे-धीरे पटरी पर लौटता हुआ नजर आ रहा है. प्रदेश में मौसम साफ होने के बाद पर्यटक अब पहाड़ों की रानी का रुख करने लगे हैं. शिमला में पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए जुन्गा में 12 अक्टूबर से 15 अक्टूबर तक शिमला फ्लाइंग फेस्टिवल (Shimla Flying Festival) का आयोजन होने जा रहा है. इसमें देश-विदेश के जाने-माने पैराग्लाइडर्स हिस्सा लेंगे.


शिमला जिला प्रशासन और पर्यटन विकास निगम भी इस आयोजन के लिए 10 लाख रुपये की राशि जारी कर चुका है. जुन्गा में होने वाले यह प्रतियोगिता एक्यूरेसी पर आधारित होगी. इस पैराग्लाइडिंग फेस्टिवल में सोलो और टेंडम प्रतियोगिता होगी. प्रतियोगिता में हिस्सा लेने के लिए 5 हजार 500 की एंट्री फीस तय की गई है.


जुन्गा का इतिहास बेहद अहम


शिमला का जुन्गा अपने ऐतिहासिक महत्व के लिए भी जाना जाता है. साल 1971 में जब हिमाचल प्रदेश को पूर्ण राज्य का दर्जा मिलने से पहले यहां 31 रियासतें थी. बुशहर और क्योंथल इनमें सबसे प्रभावशाली रियासत में शामिल थी. क्योंथल राज्य की राजधानी भी जुन्गा ही थी. इसका नाम यहां के स्थानीय देवता के नाम पर पड़ा है, जो टोटेम यानी राजवंश के कुल देवता हैं. इन्हें न्याय का देवता भी कहा जाता है और यहां एक खूबसूरत मंदिर भी है, जो लोगों की आस्था का केंद्र है.


शिमला के पर्यटन को लगेंगे पंख


शिमला फ्लाइंग फेस्टिवल का आयोजन करवा रहे ग्लाइड इन के प्रबंध निदेशक अरुण रावत ने बताया कि यहां आने वाले पर्यटकों और प्रतिभागियों को हेरिटेज, ट्रेल एडवेंचर और स्पिरिचुअल सर्किट का अनुभव मिल सकेगा. इस तरह का फेस्टिवल शिमला में पहली बार आयोजित हो रहा है और इससे शिमला के पर्यटन को पंख लगेंगे.



फेस्टिवल में हिमाचली धाम का भी मजा


शिमला फ्लाइंग फेस्टिवल के दौरान जुन्गा में छात्रों की बैंड प्रतियोगिता, भाषा और संस्कृति विभाग के सांस्कृतिक दलों की प्रस्तुतियां के साथ-साथ स्वयं सहायता समूह की प्रदर्शनियां होंगी. इसके अलावा यहां हिमाचली फूड स्टॉल भी लगाए जाएंगे. इससे यहां आने वाले पर्यटक हिमाचल प्रदेश की परंपरा और संस्कृति के बारे में जान सकेंगे. इसके अलावा यहां प्रदेश के अलग-अलग स्कूलों के छात्रों को भी एक अपनी प्रतिभा दिखाने के लिए प्लेटफार्म मिलेगा. यही नहीं, शिमला फ्लाइंग फेस्टिवल में आने वाले पर्यटक हिमाचली धाम का भी मजा ले सकेंगे.


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