Himachal Pradesh: शिमला में हिमाचल पर्यटन विकास निगम के होटल आशियाना में काम करने वाले भुवनेश ने ईमानदारी की मिसाल पेश की है. आउटसोर्स पर होटल में काम करने वाले भुवनेश को बेहद साधारण वेतन मिलता है. हालांकि, इसके बावजूद इसके भुवनेश का ईमान टेबल पर पड़ी 10 हजार की भारी राशि देखकर भी नहीं डोला. यह राशि भुवनेश के लगभग एक महीने के वेतन की बराबर है.
दरअसल, मंगलवार (12 मार्च) को यहां मलेशिया से आए एक कपल ने लंच किया. लंच करने के बाद कपल तेजी से होटल से बाहर निकल गया और अपने 10 हजार रुपये टेबल पर ही भूल गया. इसके बाद मलेशिया से आए कपल को सर्विस देने वाले वेटर भुवनेश टेबल पर सफाई के लिए पहुंचे, तो उन्होंने देखा कि यहां भारतीय करेंसी के 10 हजार रुपये पड़े हुए हैं.
इसके बाद भुवनेश ने कपल को ढूंढने की कोशिश की, लेकिन वह दोनों दूर जा चुके थे. इसके बाद भुवनेश ने यह धनराशि अपने मैनेजर महेंद्र वर्मा के पास जमा करवा दी. मैनेजर महेंद्र वर्मा ने इसकी एंट्री लॉस्ट एंड फाउंड रजिस्टर में दर्ज कर दी.
'पहाड़ के लोगों से ईमानदारी की ही थी उम्मीद'
इसके बाद बुधवार (13 मार्च) देर शाम मलेशियन कपल ने वापस होटल पहुंचकर अपने खोए हुए 10 हजार रुपये के बारे में जानकारी लेना चाही. मैनेजर ने पूछताछ के बाद मलेशिया से आए इन पर्यटकों को 10 हजार की राशि लौटा दी. मलेशिया से आए इस कपल ने अपना अनुभव होटल आशियाना के विजिटर रजिस्टर में भी दर्ज कराया है.
उन्होंने इस ईमानदारी की मिसाल पेश करने के लिए मैनेजर महेंद्र वर्मा और आउटसोर्स कर्मचारी भुवनेश के साथ पूरे स्टाफ की तारीफ की. इस कपल ने विजिटर रजिस्टर में यह भी लिखा है कि उन्हें पहाड़ के लोगों से इसी तरह की ईमानदारी की उम्मीद थी.
'घर के संस्कारों का ही करता हूं पालन'
होटल आशियाना में आउटसोर्स कर्मचारी भुवनेश ने एबीपी न्यूज से बातचीत के दौरान बताया कि उन्होंने बचपन से ही अपने घर पर ईमानदारी के ही संस्कार सीखे. उन्होंने सिर्फ अपने घर के संस्कारों का पालन किया. धनराशि और भी ज्यादा होती, तब भी वे इसी तरह ईमानदारी दिखाते हुए इसे वापस असली हकदारों को ही लौटाने का काम करते.
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