Shimla Masjid Case: हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता जयराम ठाकुर ने असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम पर निशाना साधा है. जयराम ठाकुर ने कहा कि ओवैसी एक ऐसी पार्टी के नेता हैं जो एक समुदाय तक ही सीमित हैं. यह उनकी पार्टी है जो विवादित बयान देती है. पार्टी के एक नेता शिमला आते हैं और एक मस्जिद में जाते हैं, जिसे अवैध निर्माण के कारण सील कर दिया गया है, वहां जाकर वीडियोग्राफी करते हैं.
बीजेपी नेता ने आगे कहा, "मुझे जानकारी मिली है कि उक्त नेता के खिलाफ FIR दर्ज की गई है, लेकिन इस तरह के कृत्य के लिए न केवल FIR दर्ज की जानी चाहिए, बल्कि गिरफ्तारी भी होनी चाहिए और सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए."
शोएब जमई ने वीडिया पोस्ट कर क्या कहा था?
बता दें कि दिल्ली एआईएमआईएम के अध्यक्ष शोएब जमई शिमला की संजौली मस्जिद में पहुंचे थे, जहां उन्होंने एक वीडियो शूट कर सोशल मीडिया साइट एक्स पर अपलोड किया है. वीडियो में शोएब जमई मस्जिद के आसपास की इमारत को दिखाते हुए नजर आ रहे हैं. साथ ही शोएब जमई का कहना है कि मस्जिद की जितनी ही दूसरी इमारत की भी ऊंचाई है. उन्होंने इस संबंध में हाईकोर्ट में पीआईएल डालने की भी बात कही है.
शोएब जमई ने कहा कि संजौली के मौलवी ने इस पूरे मामले को बहुत अच्छे से हैंडल किया. यहां मुसलमानों की आबादी कम है और वतन में सरपरस्त ताकतें जगह-जगह अपनी आवाज उठा रही हैं.
विक्रमादित्य सिंह ने भी बोला हमला
वहीं इस मामले पर हिमाचल प्रदेश लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने बुधवार को शोएब जमई की टिप्पणी की निंदा करते हुए कहा कि ये राज्य का माहौल बिगाड़ने का प्रयास है. विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि वह (जमई) बाहर से आए हैं. वह विवादित मस्जिद का वीडियो बनाकर और मामले को सनसनीखेज बनाकर राज्य का माहौल खराब करने की कोशिश कर रहे हैं.
मंत्री ने कहा, “यह दुर्भाग्यपूर्ण है और इस तरह की हरकतों के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए.” उन्होंने कहा कि अदालत तय करेगी कि मस्जिद अवैध है या नहीं. संजौली मस्जिद समिति के अध्यक्ष मोहम्मद लतीफ ने इस हरकत की निंदा की. उन्होंने कहा, “हम घटना और बयान की निंदा करते हैं और सभी से अनुरोध करते हैं कि यहां माहौल खराब न करें. हमें बाहरी लोगों की जरूरत नहीं है. हम, सरकार और हिंदू संगठन सौहार्दपूर्ण तरीके से इस मुद्दे को सुलझा लेंगे."