Shimla Sanjauli Masjid Controversy: हिमाचल प्रदेश के शिमला में संजौली मस्जिद विवाद को लेकर मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की प्रतिक्रिया आई है. उन्होंने कहा है कि भारत एक धर्मनिरपेक्ष राज्य है. यहां सभी धर्मों का सम्मान है. भावना में बहकर किसी तरह की घटनाएं नहीं होनी चाहिए. कानून के हिसाब से हमें रहकर काम करना चाहिए. सीएम सूक्खू ने कहा कि शिमला में शांतिपूर्ण तरीके से लोगों ने प्रदर्शन किया है. किसी तरह से दूसरे धर्म के लोगों को नुकसान नहीं पहुंचाया है.


सीएम सुक्खू ने कहा कि सभी अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वे इस तरह से जुड़े मामलों पर जंर बनाए रखें, क्योंकि हिमाचल एक शांतिपूर्ण राज्य है. जहां सभी धर्मों के लोग मिलजुलकर रहते हैं. उन्होंने कहा कि संजौली मस्जिद का मामला एमसी कोर्ट में है, जो भी निर्णय आएगा, वह कानून के दायरे में रहकर आएगा. इस पर सरकार भी कानून में रहकर ही कार्य करेगी.



गुरुवार को हुआ था बड़ा प्रदर्शन


गुरुवार को शिमला में भी खूब बवाल देखने को मिला. संजौली इलाके में बड़ी संख्या में हिंदू संगठन के लोग यहां एकत्रित हो गए थे. इन लोगों ने संजौली में बनी मस्जिद में अवैध निर्माण और बाहरी राज्यों से बिना वेरिफिकेशन आ रहे लोगों के खिलाफ प्रदर्शन किया. संजौली चौक पर ही शिमला पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को रोका. यहां शिमला पुलिस की ओर से प्रदर्शन करने की परमिशन नहीं थी. ऐसे में यह प्रदर्शनकारी मस्जिद के नजदीक जाकर ही प्रदर्शन करना चाहते थे, लेकिन बाद में फिर इन्हें ढली टनल की तरह भेजा गया और यहीं हिंदू संगठनों ने प्रदर्शन किया. 


मामले में विधानसभा में हुई थी चर्चा


बता दें कि बुधवार को इस पर हिमाचल विधानसभा में चर्चा हुई. सदन में नियम-62 के तहत लाई गई चर्चा के दौरान सुखविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार के कैबिनेट मंत्री अनिरुद्ध सिंह के तीखे तेवर देखने को मिले थे. ग्रामीण विकास और पंचायती राज मंत्री अनिरुद्ध सिंह ने कहा कि हिमाचल में पहले ऐसी घटना नहीं हुई. अब आखिर यह क्यों देखने को मिल रहा है. यहां हिमाचल में अब रोज नए लोग आ रहे हैं. कहीं से जमात वाले आ रहे हैं, जिनका कोई अता-पता नहीं है. क्या ये रोहिंग्या मुसलमान हैं. मंत्री अनिरुद्ध सिंह ने आगे खुलासा किया कि वे खुद एक-दो लोगों को जानते हैं, जो बांग्लादेश से आए हैं. उन लोगों की वेरिफिकेशन होनी चाहिए.