क्या सच में शिमला के रिज मैदान पर आ गई दरारें, जानें क्यों परेशानी में है नगर निगम?
Shimla News: शिमला के ऐतिहासिक रिज मैदान पर खतरा मंडरा रहा है. इसे लेकर नगर निगम शिमला के साथ शहर के आम लोग भी चिंता में आ गए हैं.
Ridge Maidan Shimla News: ऐतिहासिक रिज मैदान शिमला शहर की पहचान है. यह मैदान न सिर्फ ऐतिहासिक महत्वता रखता है, बल्कि इससे लोगों का भावनात्मक जुड़ाव भी है. शिमला घूमने के लिए आने वाले सैलानी भी सबसे पहले रिज मैदान पर ही घूमने के लिए पहुंचते हैं. अब रिज मैदान पर दरार की खबरें सामने आ रही हैं. सोशल मीडिया पर भी इसे लेकर खूब चर्चा है. शहर में अफवाहों का बाजार भी गर्म है. रिज मैदान पर मंडरा रहे खतरे ने नगर निगम शिमला के साथ यहां के लोगों की चिंता भी बढ़ा दी है.
दरअसल, यह दरारें शिमला के रिज मैदान पर नहीं बल्कि इसके साथ लगते हिस्से में आई हैं. शिमला में घुड़सवारी के लिए जहां सैलानी घोड़ा स्टैंड पर पहुंचते हैं, उसके ठीक नीचे दुकानें भी बनी हैं. इन्हीं दुकानों के नजदीक दरारें देखी गई हैं. इसी से रिज मैदान को भी खतरा पैदा होने की संभावना है. इसी गंभीर खतरे को देखते हुए नगर निगम शिमला के महापौर सुरेंद्र चौहान ने गुरुवार को मौके का जायजा लेकर खुद इस इलाके का निरीक्षण किया है. उनके साथ नगर निगम शिमला के अधिकारी भी मौजूद रहे.
नगर निगम शिमला भी नजर आ रहा गंभीर
नगर निगम शिमला के महापौर सुरेंद्र चौहान ने कहा कि रिज मैदान के नजदीक दरार आना बेहद गंभीर विषय है. नगर निगम शिमला इसे बेहद गंभीरता से ले रहा है. दुकान मालिकों को जगह खाली करने के नोटिस नगर निगम प्रशासन की ओर से दिया जा रहा है. इस स्थान को सुरक्षित रखने के लिए नगर निगम शिमला जरूरी कदम उठा रहा है. यहां भविष्य में जियोलॉजिकल सर्वे भी कराया जाएगा, ताकि इस इलाके को सुरक्षित रखा जा सके. नगर निगम शिमला के मेयर सुरेंद्र चौहान ने कहा कि रिज मैदान पर पानी का टैंक भी है. यहां पानी के टैंक में रिसाव न हो, यह भी नगर निगम शिमला सुनिश्चित करेगा.
रिज मैदान को सुरक्षित रखना जरूरी
बता दें कि रिज मैदान के दाएं तरफ का इलाका सिंकिंग जोन में आता है. इससे पहले भी यहां बने तिब्बती मार्केट का कुछ हिस्सा शिफ्ट किया जा चुका है. शिमला के रिज मैदान के साथ पदमदेव परिसर के नजदीक ही खतरा बना हुआ था. यहां भी सुरक्षा दीवार लगाने का काम लंबे वक्त से चल रहा है. रिज मैदान शिमला का एक ऐतिहासिक स्थान है. ऐसे में इसे सुरक्षित रखने के लिए नगर निगम शिमला भरपूर कोशिश कर रहा है.
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