Mission Junk Free Road: विश्व भर में अपने पर्यटन के लिए विख्यात शिमला की सड़कों से ट्रैफिक जाम (Traffic Jam in Shimla) की समस्या आम है. इस समस्या से निजात पाने के लिए पुलिस नया मिशन लेकर आ रही है. शिमला पुलिस (Shimla Police) का मिशन जंक फ्री रोड अगले दो महीने तक चलेगा. इस मिशन के तहत सालों से सड़क किनारे खड़ी गाड़ियों को जल्द हटाया जाएगा. लंबे वक्त से शिमला की सड़क किनारे कई ऐसी गाड़ियां खड़ी हैं, जिन्हे न तो सड़कों से हटाया जाता है और न ही इनके मालिकों के बारे में कोई जानकारी है. शिमला की संकरी सड़क के किनारे खड़ी यहां गाड़ियां ट्रैफिक जाम की बड़ी वजह बनती हैं. ऐसे में अब इन गाड़ियों को सड़क से हटाकर ट्रैफिक की समस्या कम की जा सकेगी.


शिमला पुलिस का मिशन जंक फ्री रोड


शिमला पुलिस का मिशन जंक फ्री रोड अलग-अलग चरणों में चलेगा. पहले चरण में शिमला पुलिस तारादेवी से आईएसबीटी टूटीकंडी तक गाड़ियां हटाएगी. इसके अलावा शिमला पुलिस एक और नियम लेकर भी आ रही है. इस नियम के तहत सड़क के सिर्फ एक ही किनारे पर गाड़ियां खड़ी की जा सकेंगी. मौजूदा वक्त में सड़क के दोनों किनारे गाड़ियां खड़ी होती हैं और इससे ट्रैफिक जाम लगता है.


ग्राउंड जीरो पर SP शिमला


शिमला पुलिस के मिशन जंक फ्री रोड को शिमला के पुलिस अधीक्षक संजीव गांधी (SP Shimla Sanjeev Gandhi) खुद ग्राउंड जीरो पर उतरकर चला रहे हैं. शिमला पुलिस एसपी संजीव गांधी ने कहा है कि शिमला में ऐसी गाड़ियों की संख्या बड़ी है, जो अवैध रूप से सड़क किनारे खड़ी की जाती हैं. इससे ट्रैफिक जाम की समस्या होती है. पुलिस जल्द ही इन गाड़ियों को सड़क से हटाएगी और ट्रैफिक की समस्या को कम किया जाएगा. इस मिशन के दूसरे चरण में ऑकलैंड टनल से संजौली और ढली के आसपास की गाड़ियों को हटाया जाएगा. उन्होंने शिमला के लोगों से भी अपनी गाड़ियां सही जगह पर पार्क करने की अपील की है.


शिमला पुलिस का वन मिनट ट्रैफिक प्लान


इससे पहले शिमला पुलिस शहर भर में वन मिनट ट्रैफिक प्लान (One Minute Traffic Plan Shimla) भी जला रही है इस प्लान के तहत शिमला के अलग-अलग पॉइंट पर ट्रैफिक को हॉल्ट किया जा रहा है और धीरे-धीरे कर गाड़ियों को शहर की तरफ भेजा जाता है. इससे शहर का ट्रैफिक काफी हद तक कम हुआ है. हालांकि शहर के बाहर लग रहे जाम के चलते आम लोगों को परेशानी का सामना भी करना पड़ रहा है. शिमला पुलिस के वन मिनट ट्रैफिक प्लान को लेकर आम जनता की भी अलग-अलग राय है.