Himachal Pradesh Crime News: युवाओं में नशे की बढ़ती लत सभी के लिए चिंता का गंभीर विषय है. हिमाचल प्रदेश के शिमला में नशा तस्करों के खिलाफ पुलिस की विशेष मुहिम लगातार जारी है. बीते साल की तरह इस साल भी शिमला पुलिस नशा तस्करों को बख्शने के मूड में नजर नहीं आ रही है. इस साल छह महीने में ही पुलिस ने 221 ड्रग पेडलर्स को गिरफ्तार कर लिया है. ये आंकड़ा 30 जून तक का है. अब तक गिरफ्तार 221 नशा तस्करों में आठ महिलाएं भी शामिल हैं.


शिमला पुलिस ने हिमाचल के 171, पंजाब के 25, नेपाल के आठ, उत्तर प्रदेश के चार, हरियाणा के तीन, दिल्ली के दो, उत्तराखंड के तीन, चंडीगढ़ का एक, राजस्थान के तीन और बिहार के एक ड्रग तस्कर को गिरफ्तार किया है. इसके अलावा नशा तस्करी में इस्तेमाल 90 गाड़ियों को भी इंपाउंड किया गया है. पुलिस नशा तस्करों की करीब एक करोड़ रुपये की प्रॉपर्टी को भी जब्त करने की पूरी तैयारी कर चुकी है.


CM सुक्खू ने भी की पुलिस के काम की तारीफ


शिमला पुलिस की चिट्टे के खिलाफ इस मुहिम की मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने भी तारीफ की है. मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि हमारी सरकार ने ठान रखा है कि नशे की लत से युवा वर्ग और समाज का विनाश नहीं होने देंगे. हिमाचल पुलिस को निर्देश दिया गया है कि नशे का कारोबार करने वालों पर कठोरतम कार्रवाई की जाए. हम इस प्रदेश में 'नशे का सर्वनाश' करके इसे पूरे देश के सामने आदर्श के रूप में स्थापित करेंगे.






पुलिस ने तैयार किया स्ट्रॉन्ग नेटवर्क- पुलिस अधीक्षक


शिमला पुलिस अधीक्षक संजीव कुमार गांधी ने कहा कि जिला पुलिस अपना एक स्ट्रॉन्ग नेटवर्क तैयार कर चुकी है. इसमें टैक्सी ड्राइवर, होटल स्टाफ और कई अन्य लोगों को शामिल किया गया है. पुलिस के जवान 24 घंटे तत्परता के साथ अपनी ड्यूटी दे रहे हैं. पुलिस को अपने तंत्र से सूचना मिलते ही तत्काल रेड की जाती है और नशा तस्करों को गिरफ्तार किया जाता है. शिमला पुलिस ने पूछताछ के आधार पर अन्य राज्यों में भी रेड की है. इसके अलावा अन्य राज्यों से गिरफ्तार होने वाले तस्करों की जानकारी भी उनके संबंधित पुलिस थाने तक पहुंचाई जाती है.


अभिभावक भी दें अपने बच्चों पर खास ध्यान


पुलिस अधीक्षक ने कहा कि चिट्टे की एक बार लत लग जाए, तो ये व्यक्ति को बर्बाद कर देती है. शुरुआत में इसे शौक में शुरू किया जाता है. बाद में ये व्यक्ति को खत्म करने का काम शुरू कर देती है. जब चिट्टा खरीदने के लिए पैसे नहीं बचते, तो ऐसे में लोग चोरी की घटनाओं में भी सम्मिलित होते हैं. उन्होंने लोगों से भी अपील की है कि नशे की इस बुराई को समाज से खत्म करने के लिए पुलिस का सहयोग करें. साथ ही घरवालों से भी अपने बच्चों पर विशेष ध्यान देने की अपील की है. उन्होंने कहा कि शिमला पुलिस की चिट्टे के खिलाफ मुहिम आने वाले दिनों में भी जारी रहेगी.


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