Himachal Pradesh Drug Trafficking: नशा तस्करों की कमर तोड़ने के लिए शिमला (Shimla) पुलिस युद्ध स्तर पर अभियान चलाए हुए है. शिमला पुलिस (Shimla Police) ने बीते दो महीनों में 150 मामले दर्ज कर करीब 190 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. शिमला पुलिस ने जिला भर में सर्विलांस बढ़ाकर नशा कारोबारियों की कमर तोड़ कर रख दी है. अलग-अलग ठिकानों पर दी जा रही दबिश के चलते नशा तस्कर पुलिस की कार्रवाई के आगे घुटने टेकते नजर आ रहे हैं.


150 में से 100 केस चिट्टे के हुए दर्ज 


शिमला पुलिस की ओर से गिरफ्तार किए गए कुछ नशा तस्कर बाहरी राज्यों से भी संबंध रखते हैं. करीब 150 में से 100 केस चिट्टे के ही दर्ज किए जा रहे हैं. शिमला के साथ प्रदेश भर के युवाओं में चिट्टे का प्रचलन लगातार बढ़ रहा है. इसके अलावा पुलिस ने स्मैक, चरस, अफीम और भांग भी तस्करों से बरामद की है. शिमला पुलिस की ताबड़तोड़ कार्रवाई के चलते कई नशा तस्कर प्रदेश को छोड़कर बाहर भी चले गए हैं. पुलिस नई तकनीक के साथ सर्विलांस बढ़ाकर जगह-जगह छापेमारी कर रही है.


नशा तस्करों की पहचान कर दबिश दे रही पुलिस


खुफिया रिपोर्ट के आधार पर नशा तस्करों की पहचान की जा रही है और मौका पाते ही दबिश देकर पुलिस अपना काम पूरा कर देती है. आरोपियों के मोबाइल फोन से मिल रहा डाटा भी नशा तस्करों तक पहुंचने में पुलिस की खासी मदद कर रहा है. शिमला पुलिस ने चार बड़े नशा तस्करों की 60 लाख की प्रॉपर्टी सीज करने की भी तैयारी कर ली है.


शिमला पुलिस ने जब्त किए नशे के ये सामान


शिमला पुलिस ने इस दौरान चरस- 7 किलो, अफीम- 2 किलो, चूरा पोस्त- 4 किलो, स्मैक- 8.62 ग्राम, हेरोइन- 1 किलो जब्त किया.


तस्करों के ठिकानों पर पुलिस दे रही दबिश 


शिमला पुलिस अधीक्षक संजय सिंह गांधी ने कहा कि उनका लक्ष्य नशा तस्करों की चेन को तोड़ना है. जिला भर में नशा तस्करों के कमर तोड़ने का काम किया जा रहा है. यह बदलाव साफ तौर पर देखा भी जा सकता है. उन्होंने कहा कि ज्यादातर नशा तस्करों के ठिकानों पर जाकर रेड की जा रही है, जहां से इस नशे के काले कारोबार को चलाया जा रहा है. ज्यादातर ठिकानों पर इन दिनों ताला लगा मिलता है. क्योंकि ज्यादातर तस्कर शहर और प्रदेश छोड़कर दूसरे राज्यों में शरण ले रहे हैं. एसपी संजय सिंह गांधी ने स्थानीय लोगों से भी सहयोग की अपील की है.


ये भी पढ़ें- Himachal Pradesh: हिमाचल प्रदेश में पिछले दो साल में भूस्खलन के मामलों में छह गुना से ज्यादा की बढ़ोतरी, जानें वजह