Shimla News: शिमला (Shimla) में  युवाओं में बढ़ रहा नशे का प्रचलन चिंता का विषय है. नशे की चपेट में आकर युवा न केवल अपना जीवन खराब कर रहे हैं, बल्कि इससे उनके परिवार के लोगों के जीवन पर भी नकारात्मक असर पड़ रहा है. यही नहीं, नशे की गिरफ्त में बुरी तरह फंस चुके युवा अन्य आपराधिक गतिविधियों में भी संलिप्त पाए जा रहे हैं. शिमला में पुलिस ने चिट्टा तस्करों के खिलाफ अपनी मुहिम को लगातार जारी रखा है और इसका असर ग्राउंड जीरो पर नजर भी आ रहा है.


शिमला पुलिस अधीक्षक संजीव कुमार गांधी ने बताया कि नशा तस्करी को रोकना पुलिस की प्राथमिकता में शामिल है. उन्होंने बताया कि साल 2023 में ही अब तक करीब 600 आरोपियों पर शिकंजा कसा जा चुका है. शिमला पुलिस करीब 390 मामलों में जांच कर रही है. साथ ही चिट्टा तस्करों की प्रॉपर्टी को भी सीज किया जा रहा है. अब तक पुलिस दो करोड़ रुपए से तीन करोड़ रुपये तक की प्रॉपर्टी सीज करवाने में सफल रही है. पुलिस अधीक्षक संजीव गांधी ने बताया कि पुलिस के लगातार एक्शन के बाद हर महीन आ रहे मामलों में भी कमी देखने को मिली है.



लोगों से भी सहयोग की अपील
शिमला पुलिस अधीक्षक संजीव कुमार गांधी ने दावा किया है कि पुलिस की त्वरित कार्रवाई के चलते शिमला में चिट्टे की उपलब्धता भी घटी है. शिमला पुलिस के जवान लगातार चिट्टा तस्करों के ठिकानों पर दबिश दे रहे हैं. इसके अलावा पुलिस ने अपना सूचना तंत्र भी और अधिक मजबूत करने का काम किया है. पुलिस अधीक्षक संजीव कुमार गांधी ने बताया कि शुरुआत में युवा शौक के तौर पर नशे की शुरुआत करते हैं. धीरे-धीरे यह उनकी आदत बन जाता है. बाद में जब नशा करने के लिए पैसों की कमी होने लगती है, तो यही युवा चोरी के साथ अन्य आपराधिक गतिविधियों में भी संलिप्त हो जाते हैं. ऐसे में यह बेहद जरूरी है कि युवाओं को नशे से दूर रखा जाए. उन्होंने आम लोगों से भी पुलिस की इस मुहिम में साथ देने की अपील की है.


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