शिमला पुलिस की मिशन क्लीन के तहत 'भरोसा' की शुरुआत, नशा तस्करों पर ताबड़तोड़ एक्शन जारी
Shimla Police Action: नए साल से शिमला पुलिस मिशन क्लीन के तहत 'भरोसा' की शुरुआत कर चुकी है. नशा तस्करों पर नकेल कसने के लिए आम लोगों से सहयोग बढ़ाया जाएगा.
Himachal Pradesh News: बीते दो सालों की तरह ही साल 2025 में भी शिमला पुलिस की नशा तस्करों के खिलाफ ताबड़तोड़ कार्रवाई जारी रहने वाली है. शिमला पुलिस ने आज (बुधवार, 1 जनवरी) से ही मिशन क्लीन के तहत 'भरोसा' की शुरुआत की है.
'भरोसा' शिमला पुलिस के मिशन क्लीन की नई टैगलाइन है. इसके जरिए आम लोगों से मिलने वाले सहयोग को बढ़ाया जाएगा और सोशल नेटवर्क के जरिए मिलने वाली सूचनाओं के आधार पर नशा तस्करों के खिलाफ कार्रवाई होगी. सूचना देने वालों के नाम गुप्त रखे जाएंगे.
साल 2024 में शिमला पुलिस ने तोड़ी नशा तस्करों की कमर
शिमला पुलिस अधीक्षक संजीव कुमार गांधी ने बताया कि नशा तस्करों के खिलाफ कार्रवाई उनकी प्राथमिकता में शामिल है. साल 2024 में नशा तस्करी के 280 मामले दर्ज किए गए. इनमें 612 आरोपियों की गिरफ्तारी हुई और करीब 300 आरोपी अब भी जेल में ही बंद हैं.
संजीव कुमार गांधी ने कहा कि इस साल भी नशा तस्करों के खिलाफ कारवाई इसी तरह जारी रहने वाली है. इसके लिए आम लोगों से मिलने वाले सहयोग को बढ़ाया जाएगा.
इसी के तहत शिमला पुलिस के मिशन क्लीन के साथ टैगलाइन 'भरोसा' जोड़ी गई है. साल 2024 में बड़ी कार्रवाई करते हुए शिमला पुलिस ने नशा तस्करी के करीब 12 गैंग की कमर तोड़ने का काम किया, जिनमें शाही महात्मा गैंग और राधे गैंग शामिल है.
क्या है शिमला पुलिस का मिशन 'क्लीन'?
पुलिस अधीक्षक संजीव कुमार गांधी ने बताया कि 'मिशन क्लीन- ड्रग फ्री शिमला का रास्ता' के तहत पुलिस ने गहन जांच का मॉड्यूल तैयार किया है. इसमें ड्रग पेडलर्स से जुड़े या सप्लाई चेन में शामिल सभी लोगों के बारे में बारीक से बारीक जानकारी जुटाई जाती है. शिमला में ड्रग पेडलिंग गतिविधियों के कारण और प्रभाव का गहनता से अध्ययन किया गया है. शिमला की सभी पुलिस ने ड्रग पेडलर्स के खिलाफ कार्रवाई को अपनी सर्वोच्च प्राथमिकता माना है.
शिमला के तहत आने वाले नगर परिषद, रामपुर की अध्यक्ष मुस्कान नेगी ने शिमला पुलिस के मिशन क्लीन की तारीफ की है. मुस्कान नेगी ने कहा कि शिमला में बीते कुछ वक्त से तस्करों के खिलाफ लगातार कार्रवाई हो रही है. यह शिमला पुलिस का सराहनीय काम है. इससे आम लोगों में भरोसा पैदा हुआ है और तस्करों के बीच डर का माहौल है.
स्थानीय लोग भी शिमला पुलिस का जमकर सहयोग कर रहे हैं और पुलिस हर सूचना पर पुख्ता कार्रवाई कर रही है. मुस्कान नेगी ने कहा कि इलाके की जनता को उम्मीद है कि शिमला पुलिस आने वाले साल में भी इसी तरह का काम करती रहेगी.
ये भी पढ़ें- 'शिमला में यूरिन शुल्क लगाने का कोई प्रस्ताव नहीं', विवाद के बाद मेयर सुरेंद्र चौहान ने दी सफाई