Lord Ram Statue in Shimla: शिमला के साथ देश और प्रदेश के सभी राम भक्तों को जाखू में श्री राम मूर्ति स्थापना का इंतजार है. जनवरी, 2024 में इसकी चर्चा शुरू हुई थी. तब इस मूर्ति की प्रस्तावित ऊंचाई 111 फीट थी. अब इसमें बड़ा बदलाव किया गया है. शिमला सूद सभा समेत अन्य सामाजिक संस्थाएं इस दिशा में प्रयास कर रही हैं. 


जाखू में स्थापित होने वाली श्री राम मूर्ति की लंबाई अब 121 फीट होगी. यह मूर्ति कांस्य धातु से बनेगी और इसमें 28 करोड़ रुपये से ज्यादा का खर्च आएगा. अगर मूर्ति स्थापना में देरी होती है, तो आने वाले वक्त में यह खर्च और भी ज्यादा बढ़ेगा.


राज्य सरकार को दिया गया है प्रस्ताव
शिमला सूद सभा के अध्यक्ष राजीव सूद ने कहा कि सूद सभा और अन्य सामाजिक संस्थाओं की ओर से राज्य सरकार को बीते साल एक प्रस्ताव दिया गया था. इस प्रस्ताव में भगवान राम की 111 फीट ऊंची मूर्ति लगाने के लिए कहा गया था. सूद सभा शिमला को उम्मीद है कि राज्य सरकार इस बारे में सकारात्मक के साथ विचार करेगी. राजीव सूद ने बताया कि अब भगवान राम की जाखू में जो मूर्ति स्थापित होनी है, उसकी ऊंचाई का प्रस्ताव 121 फीट का हो गया है.


धार्मिक पर्यटन को भी मिलेगा बढ़ावा
कांस्य से बनने वाली इस मूर्ति में 28 करोड़ रुपये का खर्च आएगा. उन्होंने कहा कि कांस्य लगातार महंगा भी हो रहा है. ऐसे में अगर इसमें देरी की जाएगी, तो आने वाले वक्त में लागत बढ़ती जाएगी. साल 2010 में जाखू में भगवान हनुमान की 108 फीट ऊंची मूर्ति स्थापित की गई थी. इसके बाद से यहां आने वाले सैलानियों की भी संख्या बढ़ गई. अब उम्मीद की जा रही है कि अगर भगवान राम की 121 फीट ऊंची मूर्ति स्थापित की जाती है, तो आने वाले वक्त में यहां धार्मिक पर्यटन को पंख लगेंगे.


मूर्तिकारों से ली गई हैं कोटेशन
इस संबंध में सूद सभा शिमला की ओर से कई बड़े मूर्तिकारों से बात की जा रही है. जयपुर के कई बड़े मूर्तिकार सभा को कोटेशन भी दे चुके हैं. जहां कांस्य से बनने वाली मूर्ति पर 28 करोड़ रुपये का खर्च प्रस्तावित है. वहीं अगर यह मूर्ति सीमेंट से बनाई जाती है, तो इस पर 8 करोड़ रुपये का खर्च आएगा. सीमेंट से बनने वाली मूर्ति 80 साल से 100 साल, जबकि कांस्य से बनने वाली मूर्ति एक हजार साल तक चलेगी. ऐसे में सामाजिक संस्थाएं चाहती हैं कि यहां स्थापित होने वाली मूर्ति कांस्य की धातु से बने.


CM सुक्खू के वादे के पूरे होने का इंतजार
22 जनवरी, 2024 को मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू शिमला के जाखू मंदिर में दर्शन के लिए पहुंचे थे. यहां उन्होंने हनुमान चालीसा का पाठ किया था. इसके बाद उन्होंने मीडिया से बातचीत की मीडिया के साथ बातचीत के दौरान मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा था कि हनुमान जी के बिना भगवान राम का जीवन अधूरा है. हनुमान जी ने अपना पूरा जीवन प्रभु श्री राम के चरणों में बैठकर उनकी सेवा में बिताया. मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा था कि उन्होंने जाखू में भगवान राम की मूर्ति स्थापित करने के निर्देश दिए हैं. सभी मंजूरी मिलने के बाद यहां मूर्ति स्थापित की जाएगी.


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