Plantation in Himachal Pradesh: हिमाचल प्रदेश में 80 फीसदी से ज्यादा वन क्षेत्र हैं. इस साल गर्मियों के दौरान वनों में आग की दो हजार से ज्यादा घटनाएं दर्ज की घटनाएं दर्ज की गईं. कई हेक्टेयर भूमि पर पौधों और पेड़ों को नुकसान हुआ. यही नहीं, वनों में रहने वाले जीवों को भी अगलगी में जान गंवाने पड़े. अगलगी से लगभग 8 करोड़ रुपये की आर्थिक क्षति का अनुमान लगाया गया. आग लगने के कारण 16 हजार 188 हेक्टेयर से ज्यादा में पौधारोपण और 4 हजार 120 हेक्टेयर से ज्यादा जंगल को नुकसान हुआ है.


हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में बड़ा रिकॉर्ड बनाया गया है. अनाडेल इलाके की गोल पहाड़ी में एक साथ एक हजार पौधे लगाए गए. श्यामला एजुकेशनल ट्रस्ट और सुनील उपाध्याय एजुकेशन ट्रस्ट के साथ कई अन्य संस्थाओं ने भाग लिया. करीब 700 से ज्यादा लोगों ने पौधारोपण के कार्यक्रम में शिरकत की. ट्रस्ट की ओर से एक परिवार, एक पौधा कार्यक्रम के तहत पौधारोपण से लोगों को जोड़ा. हर वर्ग के लोगों ने परिवार के नाम पर पौधा लगाया. अब आने वाले वक्त में पौधों का संरक्षण भी सुनिश्चित किया जाएगा.


पौधारोपण में मिला शहर के लोगों का सहयोग


श्यामला एजुकेशनल ट्रस्ट के अध्यक्ष डॉ. नितिन व्यास ने कहा कि कार्यक्रम में लोगों का सहयोग मिला है. गोल पहाड़ी में शिमला के अलग-अलग इलाकों से आकर लोगों ने पौधारोपण किया. उन्होंने कहा, "गर्मियों के मौसम में आग लगने की वजह से वन संपदा को भारी नुकसान हुआ था. अब अलग-अलग प्रकार के पौधे लगाए गए हैं. आने वाले वक्त में पौधे पेड़ का रूप लेंगे. पौधों का संरक्षण भी ट्रस्ट की ओर से सुनिश्चित किया जाएगा."


सुनील उपाध्याय एजुकेशनल ट्रस्ट के सचिव डॉ. सुरेंद्र शर्मा ने कहा कि पौधारोपण कार्यक्रम में शहर भर के लोगों का सहयोग मिला. हर वर्ग के लोगों ने पौधारोपण कार्यक्रम में शिरकत की. गोल पहाड़ी में एक हजार पौधे लगाए गए हैं. आने वाले वक्त में पौधों का संरक्षण भी किया जाएगा.


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