Sanjauli Masjid Controversy: हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला के संजौली में मस्जिद को लेकर उपजा विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. 11 सितंबर को सुबह 11 बजे हिंदू संगठनों ने बड़े आंदोलन की चेतावनी दी है. हिमाचल प्रदेश विधानसभा में भी इसे लेकर आज (10 सितंबर) चर्चा हुई. शिमला शहर के विधायक हरीश जनारथा ने पॉइंट ऑफ ऑर्डर के तहत सदन में भी यह मुद्दा उठाया. उन्होंने कहा कि सरकार इस पूरे मामले में बेहद गंभीर है.
सदन के बाहर एबीपी न्यूज़ के साथ बातचीत के दौरान हरीश जनारथा ने कहा कि शिमला एक शांतिप्रिय स्थान है. उन्होंने कहा कि सभी को शांति बनाए रखनी चाहिए. उन्होंने कहा कि सदन में भी इस मामले में चर्चा हुई है. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार जल्द ही एक वेंडर पॉलिसी लेकर आएगी. इसे सख्ती से लागू किया जाएगा.
शांति बनाए रखने की लोगों से की अपील
उन्होंने कहा कि मस्जिद का मामला नगर निगम शिमला के कमिश्नर के कोर्ट में चल रहा है. राज्य सरकार कोर्ट पर दबाव नहीं बन सकती है. कोर्ट अपने नियमों के मुताबिक काम करेगा. उन्होंने कहा कि कुछ लोग अपनी राजनीति चमकाने के लिए इस आंदोलन को कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि आंदोलन की वजह से लोगों को परेशानी का भी सामना करना पड़ता है. राज्य सरकार इस संबंध में कार्रवाई भी करेगी. उन्होंने लोगों से शांति बनाए रखने की भी अपील की है.
मामले में कमेटी का गठन किया जाएगा
शिमला शहर के विधायक हरीश जनारथा ने कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने इस संबंध में एक कमेटी गठित करने की भी बात कही है. यह कमेटी या तो विधानसभा की ओर से गठित की जाएगी या फिर राज्य सरकार इसमें कैबिनेट सब कमेटी का गठन करेगी.
हरीश जनारथा ने कहा कि कुछ लोग अपनी राजनीति चमकाने का काम कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि इस मामले को राजनीतिक और सांप्रदायिक रंग देने की जरूरत नहीं है. पहले भी पांच सितंबर को एक बड़ा धरना प्रदर्शन हुआ था. अब इस मामले में प्रदर्शन की जरूरत नहीं है. हरीश जनारथा ने कहा कि इस पूरे मामले में नियमों के मुताबिक कार्रवाई हो रही है.
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