कैसे शुरु हुआ शिमला की संजौली मस्जिद का विवाद? इमाम ने abp न्यूज़ से किया खुलासा
Shimla Sanjauli Mosque: शिमला की संजौली मस्जिद के इमाम शहजाद ने कहा कि कमेटी ने मिलकर विवाद को खत्म करने का फैसला लिया है. इसे राजनीतिक तूल न दिया जाए क्योंकि हम प्यार-मोहब्बत से रहने वाले हैं
Shimla Sanjauli Masjid Controversy: हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला के संजौली में मस्जिद को लेकर चल रहा विवाद सुर्खियों में है. इस बीच मस्जिद के इमाम शहजाद ने एबीपी न्यूज़ से खास बातचीत की है. इन दौरान उन्होंने शिमला की संजौली मस्जिद विवाद को लेकर विस्तार से बात की. उन्होंने नगर आयुक्त से भी मुलाकात की है. इसके अलावा हिंदू संगठनों से भी इस विवाद को खत्म करने की अपील की है.
नगर निगम के कमिश्नर से मुलाकात और प्रपोजल के सवाल पर इमाम शहजाद ने कहा, ''हमने ये प्यार मोहब्बत के लिए किया है. भावना बनी रही. लोगों के बीच प्यार-मोहब्बत बना रहे. हम चाहते हैं कि हमारे बीच आपसी भाईचार बनी रहे. कोर्ट का कल फैसला आएगा वो तो मान्य है ही है. इससे पहले हमने ये पहल की है कि शांति बनी रहे.''
मस्जिद विवाद को राजनीतिक तूल न दिया जाए- इमाम
इसके साथ ही उन्होंने कहा मस्जिद कमेटी ने मिलकर विवाद को खत्म करने का फैसला लिया है. इसे राजनीतिक तूल न दिया जाए क्योंकि हम प्यार-मोहब्बत से रहने वाले हैं. जो मसला हुआ है उससे बहुत दुखा हुआ. हमारी कितनी बहनों, बच्चों को चोटें आईं हैं. हम नहीं चाहते हैं कि आगे कोई मसला खड़ा हो तो इसी वजह से हमने ये पहल की है.
प्रशासन अगर कहता है तो हम दो मंजिल गिरा देंगे- इमाम
उन्होंने आगे कहा, ''प्रशासन अगर कहता है कि मस्जिद की दो मंजिलें गिरा दें तो हमलोग खुद ही इसे गिरा देंगे. वो चिह्नित कर दें कि इसमें कितना अनअथॉराइज्ड है.'' जब उनसे पूछा गया कि इस विवाद की शुरुआत को आप कैसे देखते हैं? इस सवाल पर इमाम ने कहा, ''हमें लगता नहीं था कि ये इतना बड़ा मुद्दा बन जाएगा. दो पक्षों में लड़ाई हुई. हमें अभी भी दुख है कि कोई भी हमारे शिमला शहर के ऊपर कोई भी ऐसा करता है तो उसके ऊपर प्रशासन तो कार्रवाई कर ही रहा है. हम प्रशासन के बहुत शुक्रगुजार हैं और वो अपना काम करता है. मगर ऐसा कोई कर देता है तो उसके खिलाफ एक्शन होना ही चाहिए.''
प्रदर्शन के दौरान हम मस्जिद में थे- इमाम
जब उनसे पूछा गया कि इतना बड़ा प्रदर्शन हुआ, उस दौरान आप कहां थे? इस सवाल पर उन्होंने कहा, ''हम मस्जिद के अंदर ही मौजूद थे. हम अल्लाह से दुआ कर रहे थे कि वो इस मामले को खत्म कर दे. प्रशासन का अपना काम था. धरना प्रदर्शन करने आए थे उनका अपना काम काम था. सबने अपना काम किया. मगर दुख इस बात का है कि महिलाओं और बच्चों को चोटें आईं. कुछ पुलिस कर्मचारियों को भी चोटें आईं.
हिंदू संगठनों को विवाद खत्म करना चाहिए- इमाम
हमारा हिमाचल बहुत शांतिपूर्ण है और रहेगा. पता नहीं ये छोटी सी बात को लेकर इतना बड़ा मुद्दा बन जाएगा, कभी हमने इसकी कल्पना भी नहीं की थी. हिंदू संगठन तो मस्जिद गिराने की बात कर रहे हैं, इस सवाल पर उन्होंने कहा, ''मस्जिद का जो अवैध हिस्सा है, वो उसी को तो गिराएंगे. हिंदू संगठनों को अब मान जाना चाहिए और इस विवाद को खत्म कर देना चाहिए.
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