SMC Teachers Protest In Shimla: हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) के शिमला स्थित राज्य सचिवालय के बाहर एसएमसी शिक्षक मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू (Sukhvinder Singh Sukhu) से मुलाकात करने का इंतजार कर रहे हैं. यह शिक्षक मंगलवार सुबह करीब 9 बजे सीएम से मुलाकात करने के लिए पहुंच गए थे, लेकिन अब तक यह मुलाकात नहीं हो सकी. हैरानी की बात यह है कि इन सभी शिक्षकों ने पूरी रात राज्य सचिवालय के बाहर ही गुजारी. इसके बावजूद उनकी मुलाकात सीएम से नहीं हो सकी है. एसएमसी शिक्षक मुख्यमंत्री आपदा राहत कोष में डेढ़ लाख रुपये का चेक दान करने भी पहुंचे हैं. फिर भी इन्हें सीएम से मिलने नहीं दिया जा रहा है. यह मुलाकात क्यों नहीं हो रही, इसके बारे में मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से कोई जानकारी नहीं मिली है.


मंगलवार देर शाम हिमाचल सरकार में शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर एसएमसी शिक्षकों से मुलाकात करने के लिए पहुंचे. उन्होंने एसएमसी शिक्षकों की नियमितीकरण की मांग पर विचार करने की बात कही. इसके बावजूद शिक्षक मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू से मुलाकात करने के लिए अड़े रहे. शिक्षकों ने कहा कि वह सीएम से मिले बिना नहीं जाएंगे. दूरदराज के इलाकों से मुलाकात करने के लिए पहुंचे यह शिक्षक अब भी सीएम के आने का इंतजार कर रहे हैं. हिमाचल में एएएमसी शिक्षक साल 2012 से प्रदेश के दूरदराज के स्कूलों में सेवाएं दे रहे हैं और अब सरकार से नियमितीकरण की मांग उठा रहे हैं.



'संतरे खाता रहा अधिकारी'


एएएमसी शिक्षक मंगलवार सुबह से सीएम सुक्खू से मुलाकात का इंतजार कर रहे हैं. एसएमसी यूनियन के कुछ नेता मुख्यमंत्री कार्यालय में तैनात एक वरिष्ठ आईएएस अधिकारी के पास अपना संदेश लेकर गए. एएएमसी शिक्षकों ने अधिकारी से सीएम के साथ मुलाकात के समय मांगा. इस पर अधिकारी की ओर से उनसे कोई बात नहीं की गई, बल्कि अधिकारी अपनी कुर्सी पर बैठकर संतरे खाने में ही व्यस्त रहे. इससे नाराज होकर शिक्षक बाहर आए और इस बारे में सीएम से शिकायत करने की बात भी कही. हालांकि सीएम मिले ही नहीं, तो अब शिकायत का सवाल पैदा ही नहीं होता. संबंधित अधिकारी के बारे में पहले भी कई कैबिनेट मंत्री और विधायक सीएम से शिकायत कर चुके हैं.



छोटे-छोटे बच्चों को लेकर बाहर बैठी हैं महिलाएं


हिमाचल प्रदेश के दूरदराज इलाकों से आए एसएमसी शिक्षक रात भर सीएम से मुलाकात का इंतजार करते रहे. राज्य सचिवालय के बाहर इन एसएमसी शिक्षकों ने खूब नारेबाजी भी की. इस दौरान कई महिलाएं छोटे बच्चों के साथ सचिवालय के बाहर बैठी हुई नजर आई. जिला शिमला के नेरवा इलाके से पहुंची एसएमसी शिक्षक इंद्रा नेगी ने तो सरकार से मांगें पूरी न होने की स्थिति में आत्महत्या के लिए जहर तक मांग लिया.