Shimla Barfwari News: हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में पिछले कुछ दिनों से जारी बर्फबारी के बाद शिमला में पर्यटकों की संख्या काफी बढ़ गई है.बर्फ का मजा लेने के लिए पर्यटक शिमला के निकट पर्यटन स्थल कुफरी का रुख कर रहे हैं.ऐसा इसलिए कि कुफरी में बर्फबारी के साथ स्नो स्कीइंग जैसी गतिविधि आकर्षण का केंद्र बनी हुई है.यही वजह है कि एक तरफ बर्फबारी पर्यटकों के लिए खुशी की सौगात लेकर आई है तो दूसरी तरफ आसपास के क्षेत्र के कारोबारीयों व नौकरी पेशा लोगों के लिए बर्फ आफत बन गई है.
बर्फवारी की वजह से सड़कों पर जमा बर्फों को अभी तक हट नहीं पाई है, जिसके चलते ये लोग हर रोज फिसलन भरी सड़कों में जान जोखिम में डालकर अपनी रोजी-रोटी कमाने के लिए घर से बाहर निकलने को मजबूर हैं.पर्यटक मीना बैन, हर्षद और सलोनी ने बताया कि शिमला के आसपास व हिमाचल के अन्य इलाकों में हुई बर्फबारी के बाद मशहूर पर्यटक स्थल कुफरी में पर्यटकों की आमद बढ़ गई है. पर्यटक यहां कि ढलानों में बर्फ के साथ-साथ स्नो स्कीइंग जैसी गतिविधियों का आनंद ले रहे हैं.राजधानी शिमला और आसपास के क्षेत्रों में अब बर्फ पिघल चुकी है, जिसके चलते पर्यटक स्थल कुफरी में पर्यटक बर्फ का का आनंद लेने पहुंच रहे हैं.ऐसे में बर्फ में अठखेलियां करते पर्यटकों का उत्साह देखते ही बनता है.
बर्फवारी दो एनएच सहित 90 सड़कें बंद
वहीं पर्यटन कारोबारी व स्थानीय निवासी विकी, राजू चौहान व विजय का कहना है कि
बर्फबारी के चलते सूबे की अभी तक दो राष्ट्रीय राजमार्ग समेत करीब 90 सड़कें बंद हैं. इस बीच मौसम केंद्र शिमला ने 27 जनवरी तक प्रदेश में मौसम खराब रहने की चेतावनी जारी की है. इस दौरान ऊँचाई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी व निचले क्षेत्रों में बर्फबारी की संभावना व्यक्त की गई है.कई ऊँचाई वाले क्षेत्रों जिसमें शिमला भी शामिल के लिए मौसम विभाग ने बर्फबारी का अलर्ट भी जारी किया है।
बर्फवारी इसलिए है स्थानीय लोगों के लिए आफत
बता दें कि कुफरी शिमला का एक मुख्य पर्यटक स्थल है. यहां आसपास की दर्जनों पंचायतों से लोग अपनी रोजी-रोटी कमाने के लिए हर रोज पहुंचते हैं.ऐसे में बर्फबारी के बाद सड़कों में फिसलन बढ़ने से लोग हर रोज अपनी जान जोखिम में डालकर कार्य स्थलों तक पहुंच रहे हैं.स्थानीय लोगों ने बताया कि लोक निर्माण विभाग द्वारा संपर्क सड़कों से बर्फ नहीं हटाई गई हैं.ठंडा क्षेत्र होने के कारण यहां सड़कों में हमेशा फिसलन रहती है. ऐसे में विभाग द्वारा मिट्टी या रेत डालने का कार्य किया जाता था जो इस बार नहीं हुआ है.लोगों को सिर्फ 4*4 गाड़ी का सहारा है, जिनके टायर में चैन बांधकर जोखिम उठाकर कुछ लोग इन खतरनाक सड़कों पर चल रहे हैं.स्थानीय लोगों का ये भी कहना है कि मौसम विभाग ने एक बार फिर आने वाले पांच दिनों तक मौसम खराब रहने का अलर्ट जारी किया है. फिर से बर्फ होती है तो दिक्कतें ओर अधिक बढ़ जाएंगी.