Shimla Taxi Union: क्षेत्रवाद में बदली टैक्सी चालकों की लड़ाई, शिमला-सिरमौर को बांटने की कोशिश
राजधानी शिमला में इन दिनों लगातार प्रदर्शन हो रहे हैं. यहां टैक्सी यूनियन की आपस की लड़ाई क्षेत्रवाद में बदलती हुई नजर आ रही है. लड़ाई को शिमला बनाम सिरमौर का रूप दिया जा रहा है.
Taxi Union Dispute Shimla: विश्व भर में अपनी शांत वातावरण के लिए पहचान रखने वाले हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में इन दिनों माहौल गरमाया हुआ है. इन दिनों शिमला में क्षेत्रवाद की लड़ाई चरम पर देखने के लिए मिल रही है. यहां 'सिरमौर बनाम शिमला' की लड़ाई को सियासी फायदा लेने के लिए जमकर हवा दी जा रही है. बीते करीब एक हफ्ते से शहर में लगातार प्रदर्शन का दौर भी जारी है. वीरवार को शिमला उपायुक्त कार्यालय के बाहर हिमाचल देवभूमि टैक्सी यूनियन ने जमकर प्रदर्शन किया. इस दौरान हजारों की संख्या में टैक्सी ड्राइवरों ने नारेबाजी भी की.
सियासी फायदे के लिए क्षेत्रवाद को हवा
दरअसल, बीते हफ्ते शिमला की ऑकलैंड टनल के पास दो अलग-अलग टैक्सी यूनियन में काम करने वाले चालकों की आपसी लड़ाई हुई. लड़ाई के बाद दोनों का विवाद भी सुलझा लिया गया, लेकिन फिर अचानक लड़ाई बढ़ गई और निजी लड़ाई यूनियन की लड़ाई में तबदील हुई. धीरे-धीरे लड़ाई को सियासी फायदा लेने के लिए क्षेत्रवाद का रूप दिया गया और अब यहां क्षेत्रवाद की लड़ाई जमकर देखने के लिए मिल रही है.
लड़ाई में बदली आपसी प्रतिस्पर्धा
शिमला में चलने वाली हिमाचल देवभूमि टैक्सी यूनियन और चूड़ेश्वर टैक्सी यूनियन के बीच यात्रियों को लेकर लंबे समय से विवाद है. अमूमन यात्रियों को अपनी गाड़ी में बैठाने के लिए टैक्सी ड्राइवरों के बीच लड़ाई प्रतिस्पर्धा देखने के लिए मिलती है. यह प्रतिस्पर्धा लड़ाई के बाद अब सियासी क्षेत्रवाद में बदल गई है. गौरतलब है कि चूड़ेश्वर टैक्सी यूनियन में जिला सिरमौर से संबंध रखने वाले टैक्सी ड्राइवर काम करते हैं.
आपसी लड़ाई को दिया गया क्षेत्रवाद का रंग
शुरुआत में हुई लड़ाई को आपसी सहमति से सुलझा लिया गया, लेकिन बाद में चूड़ेश्वर टैक्सी यूनियन के पदाधिकारियों ने आरोप लगाया कि उनके साथ क्षेत्रवाद के आधार पर भेदभाव किया जा रहा है. चूड़ेश्वर टैक्सी यूनियन का यह भी आरोप था कि सिरमौर के लोगों को शिमला में काम करने से रोका जा रहा है. इससे पहले देवभूमि टैक्सी यूनियन के प्रदर्शन में हिमाचल प्रदेश सरकार में ग्रामीण विकास मंत्री अनिरुद्ध सिंह भी शामिल हुए थे. यहां अनिरुद्ध सिंह ने कहा था कि जो भी दोषी होंगे, उनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी. साथ ही उन्होंने बिना लाइसेंस गाइड का काम कर रहे लोगों पर कार्रवाई करने की भी बात कही थी.
अनिरुद्ध सिंह से माफी की मांग
मंगलवार को चूड़ेश्वर टैक्सी यूनियन ने कैबिनेट मंत्री अनिरुद्ध सिंह से माफी की मांग की. आरोप लगाया गया कि अनिरुद्ध सिंह क्षेत्रवाद को बढ़ावा दे रहे हैं और यहां सिरमौर के लोगों को काम करने से रोका जा रहा है. सोशल मीडिया पर भी लोग जमकर कैबिनेट मंत्री के खिलाफ अपनी भड़ास निकालते हुए नजर आए. इसके बाद ही हिमाचल देवभूमि टैक्सी यूनियन ने चुड़ेश्वर टैक्सी यूनियन के इन आरोपों का खंडन किया. साथ ही यह भी कहा कि अगर इस तरह के बेबुनियाद आरोप लगाए जाएंगे, तो वह भी चुप नहीं बैठेंगे. सिरमौर के जो लोग टूरिस्ट गाइड का काम करते हैं, उससे भी नुकसान हो रहा है. केवल उन्हीं लोगों को काम करने की अनुमति दी जानी चाहिए जिनके पास लाइसेंस हो.
क्या बोले कैबिनेट मंत्री अनिरुद्ध सिंह?
इस बीच कैबिनेट मंत्री अनिरुद्ध सिंह का भी बयान सामने आया है. उन्होंने कहा कि कुछ लोग अपनी राजनीति चमकाने के लिए इस तरह की बातें कर रहे हैं. अनिरुद्ध सिंह ने कहा कि उन्होंने न तो किसी सार्वजनिक सभा में और न ही किसी कमरे के अंदर क्षेत्रवाद को लेकर कोई बयान दिया. अनिरुद्ध सिंह ने कहा कि वह चाहते हैं कि दोषियों के खिलाफ कार्रवाई हो. दोषी सिरमौर से भी हो सकते हैं और शिमला से भी. इसमें क्षेत्रवाद का कोई सवाल ही खड़ा नहीं उठता.
जल्द सुलझाया जाएगा मामला
कैबिनेट मंत्री अनिरुद्ध सिंह ने कहा कि उन्होंने केवल लाइसेंस के साथ काम करने की ही बात कही थी. अनिरुद्ध सिंह ने कहा कि उन्होंने शिमला के एसपी से भी बात की है. मामले में सख्त से सख्त कार्रवाई अमल में लाई जाएगी और दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा. इस संबंध में अनिरुद्ध सिंह ने हिमाचल प्रदेश सरकार में उद्योग मंत्री और शिलाई के विधायक हर्षवर्धन चौहान के साथ श्री रेणुकाजी के विधायक विनय कुमार से भी बात की है. दावा है कि जल्द ही विवाद को सुलझा लिया जाएगा.