Shimla Traffic Problem: शिमला शहर पर लगातार बढ़ रहे गाड़ियों के बोझ की वजह से ट्रैफिक जाम की समस्या भी लगातार बढ़ती चली जा रही है. सुबह और शाम के वक्त शिमला शहर में सभी मुख्य सड़कों पर जाम लगा रहता है.


टूरिस्ट सीजन के दौरान दोपहर के वक्त भी लोगों को यहां ट्रैफिक जाम से दो-चार होना पड़ता है. शिमला शहर और ग्रामीण इलाके में 1 लाख 21 हजार 437 गाड़ियां पंजीकृत हैं. इसके अलावा शहर में करीब 50 हजार गाड़ियां अन्य जिलों के भी हैं. ऐसे में यहां ट्रैफिक जाम की परेशानी बढ़ती ही चली जा रही है. शिमला शहर में ट्रैफिक जाम से निजात दिलाने के लिए जिला प्रशासन ने आम लोगों से सुझाव मांगे हैं. लिखित रूप में उपायुक्त शिमला के कार्यालय में या ईमेल admlo-sml-@nic.in पर भेजे जा सकते हैं. 


विशेष कमेटी तैयार करेगी विस्तृत रिपोर्ट


जिला शिमला उपायुक्त अनुपम कश्यप ने एडीएम लॉ एंड ऑर्डर की अध्यक्षता में विशेष समिति बनाई है. इस कमेटी में डीएसपी ट्रैफिक, आरटीओ, HRTC के ऑपरेशन मैनेजर और नगर निगम के सहायक आयुक्त शामिल होंगे. यही कमेटी आम लोगों के सुझावों पर अपनी विस्तृत रिपोर्ट तैयार करेगी. शिमला शहर की ट्रैफिक व्यवस्था के बेहतर संचालन के लिए आम लोग 25 नवंबर तक अपने सुझाव दे सकते हैं.


शिमला के इन पॉइंट्स पर लगता है ट्रैफिक जाम 


शिमला शहर में कई ऐसे पॉइंट है, जहां रोजाना ट्रैफिक जाम होता है. शिमला शहर के बालूगंज, एमलए क्रॉसिंग, 103 टनल, ओल्ड बेरियर, शोघी बाजार, विधानसभा क्रॉसिंग, विक्ट्री टनल, लिफ्ट पार्किंग, खलीनी चौक, सैंट एडवर्ड चौक, संजौली चौक, ढली चौक, मशोबरा बाइफरकेशन, ऑकलैंड टनल, तारा हॉल, ढली, बीसीएस और कसुम्पटी में जाम लगता है. गाड़ियों की आवाजाही ज्यादा होने की वजह से पुलिस जवानों को विक्ट्री टनल, विधानसभा चौक, खलीनी चौक और टूटू चौक पर ट्रैफिक संचालन में सबसे ज्यादा परेशानी होती है.


पुख्ता सुझाव मिलने पर रहेगी नजर


शिमला पुलिस ने ट्रैफिक पर नजर रखने के लिए 87 अलग-अलग जगह पर सीसीटीवी कैमरा में इंस्टॉल किए हैं. शिमला पुलिस जरूरत के मुताबिक ट्रैफिक बढ़ाने पर वन मिनट ट्रैफिक प्लान भी लागू करती है. अब यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या आम लोगों से कोई पुख्ता सुझाव मिलने से ट्रैफिक जाम की परेशानी से छुटकारा मिल पाता है या नहीं. 


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