Himachal Pradesh AQI Level: जहां एक तरफ देश के बड़े शहरों की हवा बेहद चिंताजनक श्रेणी में जा पहुंची है तो वहीं दूसरी तरफ हिमाचल प्रदेश की स्वच्छ वायु गुणवत्ता चर्चा का विषय बनी हुई है. हिमाचल प्रदेश में साफ हवा हर किसी का ध्यान अपनी तरफ खींच रही है.
खासतौर पर शिमला में दीपावली के बाद भी वायु गुणवत्ता सूचकांक 50 से नीचे बना हुआ है. हिमाचल प्रदेश के अन्य शहरों में भी हवा स्वच्छ है. यह पहाड़ में रहने वाले लोगों के लिए किसी राहत से कम नहीं है.
शिमला की आबोहवा को 'ग्रीन दिवाली' का फायदा
हिमाचल प्रदेश एनवायरनमेंट साइंस और टेक्नोलॉजी डिपार्टमेंट में प्रिंसिपल साइंटिफिक ऑफिसर डॉ. सुरेश अत्री ने शिमला की साफ हवा के पीछे की वजह यहां ग्रीन पटाखों के साथ मनाई गई दिवाली को बताया है. डॉ. सुरेश अत्री ने कहा कि धीरे-धीरे ग्रीन पटाखे का इस्तेमाल बढ़ रहा है. इससे शिमला की आबोहवा को भी फायदा हुआ है. बीते साल के मुकाबले इस साल शिमला में 40 फीसदी तक कम प्रदूषण हुआ है. यह पहाड़ के लिए राहत भरी खबर है. 31 अक्टूबर को दीपावली के दिन भी हिमाचल प्रदेश की हवा संतोषजनक श्रेणी में रही.
राज्य भर में नौ निगरानी स्टेशन हैं स्थापित
डॉ. सुरेश अत्री ने बताया कि राज्य भर में नौ निगरानी स्टेशन स्थापित किए गए हैं, जो 24x7 काम करते हैं. यह स्टेशन ध्वनि और वायु प्रदूषण पर नजर रखते हैं. बीते साल की तुलना में इस साल प्रदूषण में करीब 30 फीसदी से 40 फीसदी तक की कमी आई है.
धर्मशाला, मनाली और कुल्लू जैसे प्रमुख पर्यटन स्थलों पर भी वायु सुरक्षित स्तर पर है. हालांकि बद्दी, पांवटा साहिब और कालाअंब जैसे औद्योगिक क्षेत्र में प्रदूषण का स्तर ज्यादा है. अन्य राज्यों से तुलना की जाए, तो हिमाचल प्रदेश की गुणवत्ता वायु गुणवत्ता बेहतर है.
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