(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Himachal News: सिंगल यूज प्लास्टिक इकट्ठा करने पर होगी लाखों रुपए की कमाई, बस करना होगा ये छोटा-सा काम
सिंगल यूज प्लास्टिक को कम करने के लिए नगर निगम शिमला ने विशेष अभियान की शुरुआत की है. अब सिंगल यूज प्लास्टिक इकट्ठा कर लाखों रुपए की कमाई की जा सकती है.
MC Shimla New Campaign: हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में सिंगल यूज प्लास्टिक इकट्ठा करने पर अब लाखों रुपए की कमाई हो सकती है. दूध, दही और लस्सी के खाली पैकेट जमा करने पर नकद इनाम मिलेगा. राजधानी में नगर निगम ने सतलुज जल विद्युत निगम लिमिटेड के साथ मिलकर शहर से सिंगल यूज प्लास्टिक हटाने के लिए अभियान की शुरुआत की है. इससे आम शहरी से लेकर वार्ड पार्षद तक अपना योगदान दे सकेंगे. अभियान को सफल बनाने के लिए नगर निगम शिमला के मेल सुरेंद्र चौहान ग्राउंड जीरो पर उतरे और अपने साथ ही पार्षदों के साथ दुकानदारों को जागरूक किया. इस दौरान नगर निगम शिमला के मेयर के साथ स्थानीय पार्षद उमंग शर्मा बांगा, बालूगंज के पार्षद दिलीप थापा और मनोनीत पार्षद अश्वनी सूद मौजूद रहे. मेयर के साथ सफाई व्यवस्था देख रही टीम ने भी दुकानदारों को इस अभियान के बारे में जानकारी दी.
100 किलो प्लास्टिक एकत्रित करने पर दो लाख रुपए इनाम
नगर निगम शिमला के मेयर सुरेंद्र चौहान ने बताया कि सिंगल यूज प्लास्टिक को एकत्रित करने पर वालों को दो लाख रुपए तक का नकद इनाम दिया जाना है. यह इनाम सफाई कर्मचारियों को दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि सफाई कर्मचारियों का शिमला को साफ सुथरा रखने के लिए बहुत बड़ा योगदान है. ऐसे में सफाई कर्मचारियों के काम को प्रोत्साहित करने के लिए यह राशि उन्हें दी जाएगी. महापौर सुरेंद्र चौहान ने शिमला के सभी लोगों से अभियान में बढ़-चढ़कर भाग लेने की अपील की है. सुरेंद्र चौहान ने बताया कि 31 मई तक शहर के जो वोट दूध, दही और लस्सी के 50 किलो के पैकेट जमा करवाएंगे उन्हें एक लाख रुपए की नकद राशि दी जाएगी. वहीं, 100 किलो सिंगल उस प्लास्टिक जमा करने पर दो लाख तक का इनाम मिलेगा. उन्होंने शहर वासियों से अपील की है कि इस अभियान को सफल बनाएं ताकि शिमला को साफ-सुथरा रखा जा सके.
रोजाना भारी मात्रा में पैदा होता है कूड़ा
शिमला शहर में लगातार बढ़ रही भीड़ के चलते यहां रोजाना टनों के हिसाब से प्लास्टिक का कूड़ा एकत्रित हो जाता है. ऐसे में शहर के कई इलाकों में गंदगी भी देखने को मिलती है. यही नहीं, शिमला शहर के साथ लगते जंगलों में भी कुछ असामाजिक तत्व कूड़ा फेंक देते हैं. ऐसे में यह अभियान न केवल पर्यावरण को बचाने में मदद करेगा बल्कि इससे लोगों में भी जागरूकता बढ़ेगी. नगर निगम शिमला में शिमला की आम जनता से अपने आसपास के इलाकों में भी सफाई का विशेष ध्यान रखने की अपील की है.