Himachal News: हिमाचल प्रदेश के एक मेडिकल कॉलेज (Medical College) के 9 स्टूडेंट्स को रैंगिंग (Ragging) के मामले में सस्पेंड कर दिया गया है. इन पर जूनियर बैच के साथ रैंगिंग करने के आरोप हैं. यह मामला सिरमौर (Sirmaur) जिले के नाहन स्थित डॉ.वाई एस परमार मेडिकल कॉलेज का है. इन स्टूडेंट्स को 45 दिनों के लिए सस्पेंड किया गया है. ये सभी 2022 बैच के स्टूडेंट्स बताए जा रहे हैं. कॉलेज के अधिकारियों ने यह जानकारी मीडिया को दी है. 


अधिकारियों ने बताया कि 2022 बैच के 9 स्टूडेंट्स को 2023 बैच के जूनियर स्टूडेंट्स की रैगिंग करते हुए पाया गया. इन्हें 4 मार्च को एनाटोमी विभाग के डाइसेक्शन हॉल में ऐसा करते हुए पाया गया था. बताया जा रहा है कि इन स्टूडेंट्स ने अपशब्दों का भी इस्तेमाल किया था.


शिकायत मिलने के बाद एक टीम ने इसकी जांच की और इसके बाद एंटी रैगिंग कमिटी ने 9 स्टूडेंट्स को 45 दिनों के लिए सस्पेंड कर दिया. इसके अलावा सभी पर 50 हजार रुपये का जुर्माना भी लगाया गया है. निलंबित स्टूडेंट्स को एक साल तक किसी भी खेल या साहित्यिक कार्यक्रम में हिस्सा नहीं लेने दिया जाएगा.  


एक और मेडिकल कॉलेज में आया ऐसा ही मामला
ऐसा ही एक मामला राजस्थान के मेडिकल कॉलेज से भी सामने आया है. यहां सीनियर स्टूडेंट्स ने जूनियर की रैगिंग की. जूनियर स्टूडेंट को फोन कर हॉस्टल में आने कहा और जब उसने मना कर दिया तो सीनियर स्टूडेंट्स उसके कमरे में आए और उसकी पिटाई कर दी. बता दें कि एंटी रैंगिग नियम होने के बावजूद इस तरह की घटनाएं कॉलेज कैम्पस में होना आम हैं.


जब स्टूडेंट्स एडमिशन लेते हैं तो कॉलेज द्वारा एंटी-रैगिंग फॉर्म भी भरवाया जाता है लेकिन इसके बावजूद कॉलेज के स्टूडेंट्स ने नियमों का उल्लंघन करते पाए जाते हैं. नियमों के तहत कार्रवाई होने पर उनकी ही पढ़ाई का नुकसान हो सकता है लेकिन वे इससे बेफिक्र नजर आ रहे हैं.


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