Himachal News: हिमाचल प्रदेश में जुलाई-अगस्त के महीने में हुई बारिश में जमकर तबाही मचाई. इससे आम जन जीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त हुआ है. हिमाचल प्रदेश सरकार लगातार केंद्र सरकार से मांग कर रही है कि इस तबाही को राष्ट्रीय आपदा घोषित की जाए, लेकिन अब तक ऐसा नहीं हो सका है. इसकी हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुकून ने बताया कि सरकार ने इस तबाही को राज्य आपदा घोषित कर दिया है. जल्द ही इसकी नोटिफिकेशन जारी हो जाएगी.


'केंद्रीय मंत्रियों से मुलाकात करेंगे सीएम'


हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि बीते दिनों प्रदेश में हुई बारिश की वजह से भारी नुकसान हुआ है. सरकार आर्थिक बदहाली के बावजूद प्रभावितों तक राहत पहुंचाने का काम कर रही है. उन्होंने कहा कि सरकार प्रतिबद्धता के साथ काम कर रही है. बीते दिन हुई बारिश की वजह से हिमाचल प्रदेश को अब तक 10 हजार करोड़ रुपए का नुकसान हो चुका है. मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि वह दिल्ली जा रहे हैं और यहां केंद्रीय मंत्रियों से मुलाकात करेंगे. मुख्यमंत्री ने कहा कि हिमाचल प्रदेश ने बीते 50 सालों में कभी ऐसी तबाही नहीं देखी.



अबतक 7659.93 करोड़ रुपए का नुकसान


बता दें कि हिमाचल प्रदेश को 24 जून से लेकर अब तक सेवंथ 7659.93 करोड़ रुपए का नुकसान हो चुका है. बकौल मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू या नुकसान 10 हजार करोड़ रुपए के पार जाने की आशंका है. प्रदेश में 1 हजार 957 घर पूरी तरह तबाह हो चुके हैं, जबकि 9 हजार 344 घरों को आंशिक तौर पर नुकसान हुआ है. इसके अलावा 293 दुकानें और 4 हजार 072 पशु घर भी तबाह हो गए हैं. प्रदेश भर में डेढ़ महीने के छोटे से अंतराल में ही 113 भूस्खलन और 58 फ्लैश फ्लड की घटनाएं रिकॉर्ड की गई हैं. प्रदेश में अब तक 330 लोग अपनी जान गवा चुके हैं, जबकि 38 लोग अलग-अलग दुर्घटनाओं में लापता हैं. प्रदेश भर में घायलों का आंकड़ा भी 322 तक जा पहुंचा है.