Himachal News: हिमाचल प्रदेश के सरकारी डिपो में इस बार उपभोक्ताओं को चीनी का कोटा नहीं मिलेगा. प्रदेश भर के 19.5 लाख लोगों को इस बार बाजार से ही चीनी खरीदनी पड़ेगी. सरकारी डिपो में चीनी की सप्लाई करने वाली कंपनी की गोदाम में बारिश की वजह से पानी भर गया है. गोदाम में पानी भरने की वजह से कंपनी माल सप्लाई नहीं कर पा रही है. इसी के चलते इस बार उपभोक्ताओं को चीनी का कोटा नहीं मिल सकेगा.


प्रति व्यक्ति मिलती थी आधा किलो चीनी


हिमाचल प्रदेश में करीब 19.5 लाख उपभोक्ता हैं. प्रदेश के सरकारी राशन डिपो में प्रति व्यक्ति को हर व्यक्ति को आधा किलो चीनी दी जाती है. मसलन परिवार में यदि चार लोग हैं, तो सरकार दो किलो चीनी उपलब्ध करवाती है. इसमें एपीएल परिवारों को 30 रुपए प्रति किलो और बीपीएल कार्ड धारकों को 13 रुपए प्रति किलो चीनी मिलती है. इसी चीनी का दाम बाजार में करीब 45 रुपए प्रति किलो है. ऐसे में इस बार चीनी ना मिलने की वजह से उपभोक्ताओं को जेब ढीली करनी पड़ेगी.


अगले महीने मिलेगा बकाया कोटा?


खाद्य एवं आपूर्ति नियंत्रक नरेंद्र धीमान ने बताया है कि राशन डिपो में चीनी उपलब्ध करवाने वाली कंपनी की गोदाम में बरसात की वजह से पानी भर गया है. इसी वजह से अगस्त महीने में राशन डिपो में चीनी का कोटा नहीं मिल सकेगा. अगले महीने तक चीनी का कोटा उपलब्ध होने की उम्मीद है. तब तक उपभोक्ताओं को इस असुविधा का सामना करना पड़ेगा. हालांकि सरकार की ओर से सितंबर महीने में चीनी का बकाया कोटा दिया जाएगा या नहीं. इस बारे में फिलहाल स्पष्ट पता नहीं है.


पहले ही महंगे टमाटर की मार 


पहले ही देश के साथ प्रदेश की जनता महंगी टमाटरों की मार झेल रही है. गरीब परिवारों की राशन की लिस्ट से तो टमाटर गायब हो चुका है. टमाटर के दम इन दोनों 150 रुपए प्रति किलो के पर हैं. ऐसे में आम लोगों को परेशानी का खास सामना करना पड़ रहा है. जानकारों की मानें, तो सितंबर महीने तक टमाटर के दाम इसी तरह आसमान छूते रहने की उम्मीद है. जब तक टमाटर के दाम आसमान पर रहेंगे, तब तक टमाटर आम आदमी की थाली से गायब ही रहेगा.