Sukhvinder Singh Sukhu On Welfare Schemes: हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने राज्य में चलाई जा रही कई कल्याणकारी योजनाओं को लेकर जानकारी दी है. उन्होंने बताया कि सरकार अनाथ बच्चों को 'चिल्ड्रेन ऑफ स्टेट' का दर्जा देकर उनका पालन-पोषण कर रही है. उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश की कांग्रेस सरकार देश की पहली सरकार है जिसने अनाथ बच्चों को गोद लेने का निर्णय लिया.


मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा, ''अनाथ बच्चों को, जो अपनी मां को खो देता है, अपने पिता को खो देता है. वो कभी रिश्तेदारों के पास रहता है तो कभी अनाथ आश्रम में जाता है. हमने 'सरकार ही माता है' और 'सरकार ही पिता है' के भाव को जन्म दिया और 4000 अनाथ बच्चों को 'चिल्ड्रेन ऑफ स्टेट' का दर्जा देकर उनका पालन-पोषण कर रहे हैं''.


अनाथ बच्चों के लिए सुक्खू सरकार की योजना


उन्होंने आगे कहा, 'चिल्ड्रेन ऑफ स्टेट' का दर्जा देकर हमने कानून बनाया और ये पहला कानून देश में बना है. आज सरकार 4 हजार अनाथ बच्चों की पढ़ाई का पूरा खर्चा उठाएगी. इसके तहत जो अप्लाई करेगा उनका हमने कोई इनकम नहीं पूछा. उन्हें पॉकेट मनी से लेकर हॉस्टल का खर्चा और जिस तरह से हम अपने बच्चों को घुमाने ले जाते हैं, उसी तरह से साल में 15 दिन उन्हें घुमाने का खर्चा भी सरकार उठाएगी ताकि उनके मन में ये मलाल न रहे कि मेरे माता पिता इस दुनिया में नहीं हैं''.






महिलाओं को 1500 रु. प्रतिमाह


उन्होंने ये भी कहा, ''भ्रष्टाचार के चोर दरवाजों को बंद करके हमने देवभूमि की महिलाओं को 1500 रु. प्रतिमाह दिया, जहां से जनता की संपदा को लुटाया जाता था. फैसले लेने के बाद हम इस नतीजे पर पहुंचे कि बहनों को हम हर महीने 1500 रुपये देंगे. सरकारी कर्मचारियों को जो रिटायर्ड हो होंगे, उनकी सामाजिक सुरक्षा कैसे मुहैया कराई इसकी चिंता की. रिटायर्ड कर्मचारियों के सामाजिक सुरक्षा की चिंता करते हुए OPS लागू किया''.


विधवा महिलाओं के लिए घर बनाने का प्रावधान


उन्होंने कहा, ''विधवा जिनके पास घर नहीं है, हमारी सरकार अभी मुख्यमंत्री विधवा योजना लेकर आई, जिसके तहत विधवा महिलाओं के लिए घर बनाने का प्रावधान किया. इसके तहत सरकार उन्हें 3 लाख रुपये देगी. हमने 9000 दिव्यांग बच्चों की अच्छी शिक्षा के लिए बेहतर इंतजाम कर रहे हैं.


पेखूबेला में 32 मेगावॉट की सौर ऊर्जा परियोजना


सीएम सुक्खू ने कहा, ''यह सारी जनकल्याकारी योजनाएं जनता के उन पैसों से लागू हुईं, जिन्हें भ्रष्टाचार के चोर दरवाजे से लूटा जाता था. आज पेखूबेला में 32 मेगावॉट की सौर ऊर्जा परियोजना का लोकार्पण किय. 220 करोड़ रुपये की लागत से 49 हेक्टेयर भूमि पर निर्मित इस परियोजना से सालाना 6.61 करोड़ करोड़ यूनिट बिजली पैदा होगी, जिससे प्रतिवर्ष 19.17 करोड़ का राजस्व प्राप्त होगा. 


इस परियोजना से 2532 टन कार्बन उत्सर्जन में भी कमी आएगी. इस प्रकार की 200 मेगावॉट की अन्य सौर ऊर्जा परियोजनाएं को लेकर काम जारी है, जो प्रदेश की अर्थव्यवस्था को बल देंगी.


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