Himachal Pradesh News: हिमाचल प्रदेश मंत्रिमंडल की बैठक में गुरुवार को गेस्ट टीचर पॉलिसी को मंजूरी दी गई है. इस पॉलिसी को मंजूरी देने के बाद राज्य सरकार अब घिरती हुई नजर आ रही है. मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व वाली सरकार की ओर से लिए गए इस फैसले का विरोध शुरू हो गया है. 


बेरोजगार युवा सड़कों पर उतर आए हैं. जहां एक तरफ छात्र संगठन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद और एसएफआई गेस्ट टीचर पॉलिसी का विरोध कर रहा है. तो वहीं, दूसरी ओर आम छात्र भी इसके विरोध में हैं.


विश्वविद्यालय में पुस्तकालय के बाहर प्रदर्शन
शुक्रवार को हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में पुस्तकालय के बाहर बड़ी संख्या में बेरोजगार युवाओं ने प्रदर्शन किया और गेस्ट टीचर पॉलिसी को वापस लेने की मांग उठाई. गौर हो कि गुरुवार को मंत्रिमंडल ने शिक्षा विभाग में किसी भी संस्थान में अल्पकालिक रिक्तियों की वजह से होने वाले अंतराल को भरने के लिए प्रति घंटा आधार पर गेस्ट टीचर की नियुक्ति को भी मंजूरी दी है. इसके लिए प्रिंसिपल को अधिकृत किया जाएगा.


गारंटी नंबर- चार में युवाओं से पांच लाख रोजगार का वादा
साल 2022 के विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस ने जनता को 10 गारंटियां दी थी. गारंटी नंबर- चार में युवाओं से पांच लाख रोजगार का वादा किया गया था. अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की महासचिव और हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की स्टार प्रचारक रहीं प्रियंका गांधी ने सोलन में जनसभा के दौरान पहली कैबिनेट में एक लाख सरकारी रोजगार उपलब्ध करवाने की भी बात कही थी. 


अब युवा कांग्रेस की इसी वादे को लेकर सवाल पूछ रहे हैं और वादाखिलाफी का आरोप भी लगा रहे हैं. लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह प्रेस वार्ता में दावा कर चुके हैं कि दो साल में कांग्रेस ने 31 हजार युवाओं को रोजगार दिया है. उन्होंने इससे संबंधित डाटा हिमाचल प्रदेश विधानसभा के पटल पर रखने की भी बात कही है.


शिक्षित बेरोजगार युवाओं ने कांग्रेस विधायक को घेरा
हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में बैठक के लिए पहुंचे शिमला के विधायक हरीश जनारथा को भी छात्रों ने घेर लिया. शिक्षित बेरोजगार युवाओं ने विधायक को मुख्यमंत्री तक यह संदेश पहुंचाने के लिए कहा कि वह सभी गेस्ट टीचर पॉलिसी के खिलाफ हैं. इस पर विधायक हरीश जनारथा ने कहा कि वह मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू से बात करेंगे और मुलाकात का समय चाहिए होगा, तो वह मुख्यमंत्री से युवाओं की मुलाकात भी करवाएंगे. 


इस पर युवाओं ने कहा कि वह मुख्यमंत्री से मिलना चाहते हैं, क्योंकि उन्हें किसी भी सूरत में इस तरह की पॉलिसी स्वीकार नहीं है जिसमें अस्थाई रोजगार दिया जा रहा है.


गेस्ट टीचर पॉलिसी पर CM सुक्खू ने क्या कहा?
जिला शिमला के दूरदराज इलाके कुपवी में मुख्यमंत्री ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा- "प्रदेश सरकार शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में महत्वपूर्ण बदलाव लाएगी. शिक्षा का आधारभूत ढांचा सुदृढ़ किया जाएगा. स्कूलों में अध्यापकों की कमी होने पर प्रति घंटा के आधार पर अध्यापकों की सेवाएं ली जाएगी, जब तक कि स्कूल में नियमित अध्यापक तैनात नहीं किए जाते. इसके लिए प्रधानाचार्यों को अधिकृत किया जाएगा. 


हम व्यवस्था परिवर्तन से कार्य कर रहे हैं, क्योंकि बदलाव प्रकृति का नियम है. बदलाव यदि जनहित हो, तो वह सर्वोपरि होता है. प्रदेश सरकार द्वेष की भावना से नहीं, बल्कि जनसेवा की भावना से कार्य कर रही है".


सोशल मीडिया पर भी हो रहा विरोध
हिमाचल प्रदेश में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व वाली सरकार की ओर से गेस्ट टीचर पॉलिसी को मंजूरी के बाद सोशल मीडिया पर भी इसका विरोध हो रहा है. कांग्रेस सरकार के मंत्रियों के उन पुराने बयानों को सोशल मीडिया पर साझा किया जा रहा है, जिसमें किसी भी तरह की अस्थाई पॉलिसी लाने से इनकार किया गया था. मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू खुद इस तरह की पॉलिसी को न लाने की बात कह चुके हैं. 


उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने भी राज्य के युवाओं को स्थाई रोजगार उपलब्ध करवाने की बात कही थी. लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह भी अस्थाई रोजगार का विरोध कर चुके हैं. ऐसे में अब जबकि मंत्रिमंडल ने इस पॉलिसी को मंजूरी दे दी है, तो युवाओं में इसके खिलाफ खासा रोष है. 19 दिसंबर को शिक्षित बेरोजगार संघ धर्मशाला में विधानसभा घेराव की तैयारी भी कर चुका है. 


कांग्रेस की तो फितरत है वादाखिलाफी- जम्वाल
वहीं, सुंदरनगर से विधायक और भारतीय जनता पार्टी के मुख्य प्रवक्ता राकेश जम्वाल ने कहा कि कांग्रेस सरकार युवाओं के साथ वादाखिलाफी कर रही है. जम्वाल ने कहा कि वादाखिलाफी करना, तो कांग्रेस की फितरत है. सत्ता में आने से पहले तो कांग्रेस ने युवाओं को बड़े-बड़े सपने दिखाए, लेकिन अब उन्हें धराशाई कर दिया गया है. जम्वाल ने कहा कि अगर अपने चहेतों को रोजगार देने की बात की जाए, तो उसमें कांग्रेस रिकॉर्ड स्थापित कर चुकी है.


इससे इतर अगर राज्य के बेरोजगार शिक्षित युवाओं के संदर्भ में सवाल पूछा जाए, तो कांग्रेस झूठ फैलाने का काम कर रही है. उन्होंने कहा कि आज राज्य का युवा परेशान होकर सड़कों पर भटक रहा है और कांग्रेस का ध्यान अपने चहेतों को फायदा पहुंचाने पर है.