हिमाचल में विधायक प्राथमिकता बैठक की तारीख तय, बजट से पहले क्यों अहम होती है ये मीटिंग?
Himachal News: हिमाचल प्रदेश में 2025-26 बजट की तैयारी जारी है. इस बीच विधायकों की प्राथमिकता बैठक 3-4 फरवरी को होगी, जहां वे अपने क्षेत्रों की प्राथमिकताओं पर चर्चा करेंगे.
Himachal Pradesh News: हिमाचल प्रदेश में वित्त वर्ष 2025-26 के बजट से पहले तैयारी तेज हो चुकी हैं. मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू जहां एक तरफ केंद्र सरकार के पास अपना अधिकार मांगने के लिए जा रहे हैं. वहीं, दूसरी तरफ राज्यों में भी अलग-अलग विभागों के साथ बैठकों का दौर तेज हुआ है.
इस बीच हिमाचल प्रदेश में विधायक प्राथमिकता की बैठक की तारीख तय हो गई है. यह बैठक फरवरी महीने में राज्य सचिवालय में होगी. इसके लिए तीन और चार फरवरी की तारीख तय की गई है. यह बैठक हिमाचल प्रदेश सचिवालय के आर्मजडेल भवन में फेज-3 कॉन्फ्रेंस हॉल में होगी.
दो दिन तक चलेंगी अहम बैठकें
3 फरवरी को सुबह 10.30 बजे से दोपहर 1.30 बजे तक कांगड़ा, किन्नौर और कुल्लू के विधायकों के साथ बैठक होगी. इसके बाद दोपहर दो बजे से शाम 5 बजे तक सोलन, चंबा, बिलासपुर और लाहौल-स्पीति जिलों के विधायकों के साथ बैठक होगी.
इसके बाद 4 फरवरी को सुबह 10.30 बजे से दोपहर 1.30 बजे तक शिमला और मंडी जिलों के विधायकों के साथ बैठक की जाएगी. दोपहर दो से शाम पांच बजे तक ऊना, हमीरपुर और सिरमौर जिला के विधायकों के साथ बैठक आयोजित की जाएगी. इन बैठकों में वार्षिक बजट 2025-26 की विधायक प्राथमिकताओं के निर्धारण के बारे में चर्चा की जाएगी.
क्या होती है विधायक प्राथमिकता बैठक?
हर साल बजट पेश होने से पहले विधायक प्राथमिकता की बैठक होती है. इस बैठक में विधायक अपने क्षेत्र से संबंधित प्राथमिकताओं को लेकर बैठक में जाते हैं. इस बैठक का उद्देश्य सभी विधानसभा क्षेत्र की प्राथमिकताओं को बजट में शामिल करना होता है.
हालांकि विपक्ष का आरोप होता है कि उनके इलाके की प्राथमिकताओं को बजट में शामिल नहीं किया जा रहा. राजनीति से हटकर हर बजट से पहले इस बैठक को बेहद महत्वपूर्ण माना जाता है. बैठक में सभी आला अधिकारी भी मौजूद रहते हैं.
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