Himachal Pradesh News: हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने देहरा की जनता से बड़ा वादा किया है. मुख्यमंत्री ने देहरा उपचुनाव में अपनी धर्मपत्नी कमलेश ठाकुर के लिए चुनाव प्रचार करते हुए कहा कि वह पौंग बांध विस्थापितों की परेशानी को अच्छी तरह समझते हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि मौजूदा वक्त में चुनाव आदर्श आचारसंहिता लागू है. ऐसे में वह कोई बड़ी घोषणा तो नहीं कर सकते, लेकिन आने वाले वक्त में अगर पौंग बांध विस्थापितों के लिए कानून बदलने की जरूरत पड़ेगी तो वह कानून में भी जरूर बदलाव करेंगे.


होशियार सिंह पर राजनीतिक मंडी में बिकने के आरोप
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने चुनाव प्रचार के दौरान भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी होशियार सिंह को भी जमकर आड़े हाथ लिया. उन्होंने कहा कि लोगों ने उन्हें दूसरी बार पांच साल के लिए आजाद विधायक चुना था. वह जिसकी सरकार आती उससे काम करवा सकते थे. देहरा की जनता को होशियार से पूछना चाहिए कि वह न कांग्रेस के थे न बीजेपी के, फिर क्या मुसीबत आ पड़ी कि इस्तीफा दे दिया. कांग्रेस सरकार काम नहीं कर रही थी, तो बीजेपी के साथ विपक्ष में बैठ जाते. उपचुनाव थोपने की जरूरत क्या थी. उन्हें विधायक निधि और ऐच्छिक निधि मिलती रहती, उससे जनता के काम करते. 


सीएम सुक्खू ने कहा कि पूर्व आजाद विधायक ने अपने राजनीतिक फायदे और लोकतंत्र को कमजोर करने के लिए विधायकी बेची है. वह बीजेपी की राजनीतिक मंडी में दूसरी बार विधायक बनने के 14 माह बाद ही बिक गए.


‘स्वार्थ के लिए धरने पर बैठे होशियार सिंह’ 
सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने आगे कहा कि होशियार सिंह बताएं कि देहरा की जनता और सेंट्रल यूनिवर्सिटी के लिए उन्होंने कभी धरना दिया. वह केवल अपने स्वार्थ के लिए विधानसभा के बाहर धरने पर बैठे. जिस कमल को खिलाने के लिए बीजेपी के ईमानदार कार्यकर्ताओं ने पसीना बहाया, होशियार सिंह ने उसकी कमल को खरीद लिया. होशियार सिंह ने देहरा का विकास रोक रखा है. अगर पूर्व विधायक महीने का 15 करोड़ रुपये खर्च करते हैं, तो फिर क्षेत्र का विकास क्यों नहीं करवाया. मुख्यमंत्री ने कहा कि देहरा में बेवजह और बेवक्त हो रहे उपचुनाव के दोषी होशियार सिंह और भारतीय जनता पार्टी है.


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