(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
क्या शिमला में लगेगी वीरभद्र सिंह की प्रतिमा? CM सुक्खू ने दिया ये जवाब, इसी मांग पर विक्रमादित्य ने दिया था इस्तीफा
Virbhadra Singh Statue: पूर्व सीएम वीरभद्र सिंह के बेटे विक्रमादित्य सिंह ने लंबे समय से अपने पिता की प्रतिमा लगाने की मांग कर रहे हैं. जिसको लेकर CM सुखविंदर सिंह सुक्खू की प्रतिक्रिया आई है.
Virbhadra Singh Statue in Shimla: हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह की आज 90वें जयंती है. साल 2021 में उनके देहांत के बाद यह उनका तीसरा जन्मदिन है. 23 जून, 1934 को जन्मे वीरभद्र सिंह ने हिमाचल प्रदेश के राजनीति में अमिट छाप छोड़ी. वे छह बार हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री बने. निधन के बाद भी हिमाचल प्रदेश की राजनीति में उनके नाम का खासा प्रभाव है. उनके निधन के बाद से ही लगातार उनकी प्रतिमा शिमला के ऐतिहासिक रिज मैदान पर स्थापित करने की मांग उठती रही है.
CM सुक्खू ने प्रतिमा स्थापना पर दिया बड़ा बयान
रविवार को उनकी जयंती के मौके पर मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू हिमाचल कांग्रेस के राज्य कार्यालय राजीव भवन में श्रद्धांजलि देने पहुंचे. यहां मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने उन्हें पुष्पांजलि अर्पित कर याद किया. इस दौरान मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि वीरभद्र सिंह के साथ उन्हें करीब 22 साल काम करने का मौका मिला. उन्होंने कहा कि वीरभद्र सिंह के काम को आगे बढ़ाना ही उन्हें सच्ची श्रद्धांजलि है.
यहां जब मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू से पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह की प्रतिमा स्थापना को लेकर सवाल किया गया, तो उन्होंने कहा कि इस बारे में सरकार विचार कर रही है. रिज पर राष्ट्रीय स्तर के नेताओं की प्रतिमा स्थापित की गई है. हिमाचल प्रदेश सरकार रिज के आसपास के उपयुक्त स्थान का चयन करने में जुटी हुई है. निश्चित तौर पर वीरभद्र सिंह की प्रतिमा स्थापित की जाएगी.
हिमाचल प्रदेश में CM सुक्खू के नेतृत्व वाली सरकार वीरभद्र सिंह की प्रतिमा स्थापित करेगी. इसके लिए राज्य सरकार रिज के आसपास एक उपयुक्त स्थान खोज रही है. विक्रमादित्य सिंह प्रतिमा स्थापना की मांग पर ही सुक्खू कैबिनेट से इस्तीफा दे चुके हैं, जो बाद में स्वीकार नहीं हुआ. pic.twitter.com/lb0ihkc0I4
— Ankush Dobhal🇮🇳 (@DobhalAnkush) June 23, 2024 [/tw]
इसी मांग पर विक्रमादित्य ने दिया था इस्तीफा
बता दें कि इसी साल फरवरी महीने के अंत में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व वाली सरकार में लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने इस्तीफा दे दिया था. विक्रमादित्य सिंह वीरभद्र सिंह के बेटे हैं. विक्रमादित्य ने विधानसभा सभा परिसर में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अपने पिता की अपमान की बात कही थी. इसी प्रेस कॉन्फ्रेंस में विक्रमादित्य सिंह की आंखों से आंसू भी छलक पड़े थे.
हालांकि बाद में विक्रमादित्य सिंह का इस्तीफा स्वीकार नहीं हुआ और कांग्रेस आलाकमान ने उन्हें मना लिया. इसके बाद मंडी संसदीय क्षेत्र से कांग्रेस की टिकट पर चुनाव भी लड़े, जहां उन्हें हार का सामना करना पड़ा. वीरभद्र सिंह के देहांत के करीब तीन साल बीत जाने के बाद भी उनकी प्रतिमा स्थापना की मांग पूरी नहीं हुई है.
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