Sun Temple In Himachal Pradesh: हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला (Shimla) रामपुर से 18 किलोमीटर दूर सतलुज नदी (Sutlej River) के किनारे बसा निरथ (Nirath) गांव यहां बने सूर्य मंदिर (Sun Temple) के लिए जाना जाता है. मंदिर के गर्भगृह में पाषाण सूर्य मूर्ति तीन फीट ऊंची और 4 फुट चौड़ी है. इस मूर्ति में भगवान सूर्य को सप्त अश्वों पर सवार दिखाया गया है, लेकिन यहां पर्यटन इतना उदासीन है कि इस बारे में ज्यादातर लोगों को नहीं पता है. किसी माध्यम से जो इस स्थान के विषय में जानते हैं, सिर्फ वही लोग इस मंदिर में आते हैं.


माना जाता है कि यह मंदिर भगवान परशुराम ने बनाया है. यह मंदिर नागरा शैली में बना है. यह उत्तर भारत में स्थित एकमात्र सूर्य मंदिर है. इस गांव के रहने वाले लोग हिंदू धर्म में आस्थावान हैं और यह गांव सूर्यदेव को समर्पित है. मंदिर का अधिकतर हिस्सा लकड़ी का बना है. मुख्य मंदिर लाल रंग का है और दीवारों पर खास शिल्पकला को उकेरा गया है. इस मंदिर में मूर्तिकला को भी चित्रों में देखा जा सकता है. मंदिर प्रांगण में कई शिवलिंग रखे गए हैं.


अज्ञातवास के दौरान रुके थे पांडव


यह भी कहा जाता है कि पांडव अपने अज्ञातवास के दौरान यहां पर रुके थे. इस मंदिर का उल्लेख साल 1908 में मार्शल ने किया था, लेकिन साल 1909 में जब एस.एच.फ्रेंक ने शिलालेखों को खोजने की कोशिश की, तो वह सफल नहीं हो सके.


बूढ़ी दिवाली के मेले पर लगती है भीड़


साहित्यकार राहुल सांस्कृत्यान ने अपनी पुस्तक में इसका उल्लेख किया है. हर साल बूढ़ी दिवाली के मौके यहां पर मेला लगता है. इस मेले में आसपास के गांवों से बड़ी संख्या में लोग आते हैं. दु:ख का विषय है कि इस मंदिर तक पहुंचने का रास्ता बेहद खस्ताहाल है. रास्ते के नाम पर यहां सिर्फ दो फुट की पगडंडी है. विडंबना है कि इस प्राचीन मंदिर की ओर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है. निरथ गांव के इस सूर्य मंदिर में प्रसिद्ध पर्यटक स्थल के रूप में स्थापित किया जा सकता है. जरूरत है तो सिर्फ इस मंदिर के विकास पर ध्यान देने की.


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