Himachal Pradesh Government: हिमाचल प्रदेश में सत्ता परिवर्तन के बाद कांग्रेस सरकार की ओर से डिनोटिफाई किए गए संस्थानों को लेकर बीजेपी हमलावर नजर आ रही है. शिमला में पूर्व शहरी विकास मंत्री सुरेश भारद्वाज की अगुवाई में बीजेपी शिमला मंडल ने प्रदर्शन किया. इस दौरान में कांग्रेस सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई. बीजेपी के कार्यकर्ता हिमाचल प्रदेश में डिनोटिफाई किए गए संस्थानों को लेकर रोष में हैं.
'वीरभद्र सिंह की परंपरा कर रही खत्म'
इस दौरान पूर्व शहरी विकास मंत्री सुरेश भारद्वाज ने कहा कि संस्थानों को डिनोटिफाई करना गलत परंपरा है. पहले कांग्रेस सरकार के वक्त चुनाव से एक महीने पहले तत्कालीन मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने 11 अक्टूबर, 2017 को एक ही ऑर्डर में 21 कॉलेज खोल दिए. इन्हें बाद में बीजेपी सरकार ने चलाया. भारद्वाज ने कहा कि कुल 21 में से 16 कॉलेज चलाए गए और तीन कॉलेजों को अपग्रेड भी किया गया.
पूर्व शहरी विकास मंत्री सुरेश भारद्वाज ने कहा कि मौजूदा कांग्रेस सरकार वीरभद्र सिंह की परंपरा को खत्म करने का काम कर रही है. संस्थानों को बंद कर बीजेपी की नहीं, बल्कि वीरभद्र सिंह की परंपरा को तोड़ा जा रहा है. उन्होंने कहा कि बजट का प्रावधान संस्थान खुलने के बाद होता है. इस तरह जनता की मांग पर शुरू किए गए संस्थानों को बंद किया जाना सरासर गलत है.
गारंटियों को लेकर कांग्रेस पर तंज
पूर्व शहरी विकास मंत्री सुरेश भारद्वाज ने कांग्रेस की गारंटियों को लेकर भी हमला किया. उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी की अपनी ही गारंटी नहीं है कि अब तक टिक सकेगी. भारद्वाज ने कहा कि सरकार को अपनी विधायकों पर विश्वास नहीं है. बाहर से नेताओं को लाकर कैबिनेट रैंक दिए जा रहे हैं. जिन नेताओं को निगम-बोर्ड का उपाध्यक्ष बनाया है, उन्हें भी कैबिनेट रैंक दिए जा रहे हैं.
पूर्व मंत्री सुरेश भारद्वाज ने कहा कि सरकार लगातार फिजूलखर्ची कर रही है. प्रदेश में मुख्य संसदीय सचिव बनाए गए हैं, जो असंवैधानिक है. उन्होंने कहा कि मंत्री अपनी सरकारी कोठियों में करोड़ों रुपये का काम करवा रहे हैं. पूर्व शहरी विकास मंत्री सुरेश भारद्वाज ने कहा कि मौजूदा कांग्रेस सरकार गलत परंपरा स्थापित कर रही है.
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