Tomato Rate in Himachal: हिमाचल प्रदेश में बेमौसम हुई बारिश ने फसलों को जमकर नुकसान पहुंचाया है. टमाटर की फसल को भी प्री-मानसून की बारिश में जमकर नुकसान हुआ है. मॉनसून के दौरान भी लगातार हो रही बारिश में टमाटर की फसल को बर्बाद कर दिया है. टमाटर की फसल बर्बाद होने के चलते मंडी में टमाटर की उपलब्धता कम हो गई है. इसी वजह से थोक दाम में लगातार इजाफा देखने के लिए मिल रहा है.
अब 1750 रुपये में मिल रही टमाटर की क्रेट
सोलन सब्जी मंडी में शुक्रवार को टमाटर की क्रेट के दाम 1 हजार 750 तक पहुंच गए. हालांकि टमाटर की क्रेट के औसत दाम 1 हजार 500 रुपए तक चल रहे हैं. टमाटर का थोक दाम ही 80 रुपए से 87 रुपए प्रति किलो तक पहुंच चुका है. गौरतलब है कि हर क्रेट में 20 किलो टमाटर होते हैं. ऐसे में रिटेल दाम पर बाजार में पहुंचने वाला टमाटर आम आदमी की जेब पर बोझ डालता हुआ नजर आ रहा है.
80 से 100 रुपये प्रति किलो बिक रहा टमाटर
हिमाचल प्रदेश के अलग-अलग इलाकों में टमाटर के दाम 80 रुपए से 100 रुपए किलो तक है. ग्रामीण इलाकों में टमाटर कुछ हद तक सस्ता मिल रहा है, जबकि शहरी इलाकों में टमाटर के दाम 100 प्रति किलो के पार हैं. ऐसे में टमाटर में आम आदमी का बजट बिगाड़ कर रख दिया है. टमाटर दाल-सब्जी की सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा है. बिना टमाटर खाना बनाना भी आसान नहीं. ऐसे में इस जरूरी सामान का दाम बढ़ जाने से आम आदमी की परेशानी बढ़ चुकी है.
कुछ वक्त तक परेशान करेंगे टमाटर के दाम
जानकारों की मानें, तो आने वाले कुछ वक्त तक टमाटर के दाम इसी तरह बढ़ते रहेंगे. जैसे ही मंडियों में टमाटर की उपलब्धता बढ़ेगा, उसके बाद कुछ हद तक दामों में गिरावट दर्ज की जाएगी. जब तक मंडियों में टमाटर की उपलब्धता सामान्य नहीं होती, तब तक लोगों पर इसी तरह का बोझ पड़ता रहेगा. हालांकि टमाटर के सही दाम मिलने की वजह से किसानों को बड़ी राहत मिली है. बेमौसम हुई बारिश की वजह से किसानों की फसल पूरी तरह बर्बाद हो गई थी. ऐसे में किसानों को अपनी साल भर की मेहनत के बाद रोजी-रोटी का खतरा मंडरा रहा था. अब टमाटर के थोक दाम बढ़ने से किसानों को बड़ी राहत मिली है.
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