Vikramaditya Singh on Himachal Floods: हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) में मानसून के बारिश ने जमकर तबाही मचाई है. राज्य सरकार लगातार मांग कर रही है कि केंद्र सरकार इस आपदा को राष्ट्रीय आपदा घोषित करे, ताकि हिमाचल प्रदेश पर पड़ा यह अतिरिक्त आर्थिक बोझ कुछ हद तक काम हो सके. हिमाचल प्रदेश सरकार में लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह (Vikramaditya Singh) ने केंद्र सरकार से कड़ा सवाल पूछा है. विक्रमादित्य सिंह ने पूछा कि क्या हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस सरकार होने की वजह से यहां राष्ट्रीय आपदा घोषित नहीं की जा रही?


उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश को इंफ्रास्ट्रक्चर के साथ 20 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा का नुकसान हो चुका है. प्रदेश में 350 से ज्यादा लोग अपनी जान गवा चुके हैं. बावजूद इसके केंद्र सरकार राष्ट्रीय आपदा घोषित नहीं कर रही है. लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने कहा "जब उत्तराखंड के केदारनाथ और गुजरात के भुज में राष्ट्रीय आपदा घोषित की गई थी, तो आखिर हिमाचल प्रदेश में राष्ट्रीय आपदा घोषित क्यों नहीं की जा रही है." विक्रमादित्य सिंह ने एलपीजी गैस के दाम घटने पर भी तीखी प्रतिक्रिया दी.


हिमाचल की मदद करे केंद्र सरकार-विक्रमादित्य सिंह
उन्होंने कहा कि देश में लोकसभा चुनाव आने वाले हैं. ऐसे में अब जुमलों की बरसात देखने के लिए मिलेगी. विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हिमाचल प्रदेश को अपना दूसरा घर बताते हैं, लेकिन बावजूद इसके हिमाचल की कोई मदद नहीं कर रहे हैं. वहीं, हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इस फैसले को ऐतिहासिक बता चुके हैं. पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में एलपीजी गैस की लगातार बढ़ रही कीमतों के बावजूद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रक्षाबंधन के मौके पर देश की बहनों को तोहफा दिया. 


उन्होंने कहा कि इसके अलावा सरकार लगातार आर्थिक सहायता देकर हिमाचल को पटरी पर लाने की कोशिश में लगी हुई है. भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा खुद यह कहकर गए हैं कि हिमाचल को केंद्र की ओर से हर संभव मदद मिलेगी.


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